नागौर. डीडवाना और नागौर एसडीएम ने कोरोना हॉटस्पॉट इलाकों की सूचियां सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं. जिनके समाने आने पर लोगों में दहशत का महौल बन गया. इस मामले की जानकारी जब जिला कलेक्टर दिनेश कुमार को मिली तो उन्होंने कहा कि नागौर और डीडवाना उपखंड अधिकारियों की गलती की वजह से यह हॉटस्पॉट नाम की दो सूचियां वायरल हुई हैं, लेकिन असल में ऐसा कुछ नहीं है.
वहीं यादव ने बताया कि कोरोनावायरस की रोकथाम और बचाव को लेकर सभी उपखंड अधिकारियों को ऐसे स्थानों को चयनित करने के लिए निर्देशित किया. जहां विदेश या बाहरी राज्यों के व्यक्ति अधिक संख्या मेंआए हो. वहीं यादव ने बताया कि ऐसी सूची सभी उपखंड अधिकारी को आंतरिक डील के तहत तैयार करने को कहा गया था. लेकिन उपखंड अधिकारी नागौर और डीडवाना उपखंड अधिकारी कार्यालय की ओर से यह सूची वायरल हो गई. जो सही नहीं हैं.
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यादव ने बताया कि नागौर के बासनी इलाके से कोरोना के छह मामले समाने आने के बाद से जिलेभर में सैंपलिंग की प्रक्रिया की जा रही है. साथ ही कांटेक्ट हिस्ट्री के आधार पर आई एल आई के मरीजों का सैंपल लेने का काम जारी है.इसके अलावा कोरोना वायरस संक्रमित होने की संदिग्धता को देखते हुए नागौर जिले में 108 नए मरीजों के सैंपल लिए गए हैं. अब तक 447 आई एल आई मरीजों के सैंपल लिए जा चुके हैं. इनमें से अब तक की रिपोर्ट कोरोना वायरस वही 209 आई एल आई के मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है .
वहीं नागौर से 108 सैंपल में से कुचामन से 30, डीडवाना से 20, लाडनू से 8 और नागौर से 50 सैंपल भेजे गए हैं. बता दें कि जिले भर से 232 लोग की रिपोर्ट आना बाकी है. 32 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसके अलावा नागौर के अस्पतालों में 138 लोगों तो आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.