नागौर. लोक देवता बाबा रामदेव के अवतरण दिवस भाद्रपद शुक्ल दूज के मौके पर नागौर के अमरपुरा स्थित संत लिखमीदास महाराज धाम में बाबा रामदेव की प्रतिमा का श्रृंगार किया गया और नई पोशाक धारण करवाई गई. इसके साथ ही मंदिर के शिखर पर ध्वज भी चढ़ाया गया. अमरपुरा संस्थान के कोषाध्यक्ष कमल भाटी ने बताया कि भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की दूज लोकदेवता बाबा रामदेव के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है.
वैसे तो पूरे राजस्थान में इस दिन का खास महत्व है, लेकिन मारवाड़ में इस दिन को लेकर आमजन में खास उत्साह रहता है और लोकदेवता बाबा रामदेव के हर छोटे बड़े मंदिर में कई कार्यक्रम होते हैं. संत लिखमीदास महाराज के अमरपुरा धाम में स्थित बाबा रामदेव के मंदिर में भी हर साल बाबा की बीज पर भव्य आयोजन होते हैं, लेकिन इस साल महामारी कोविड-19 के खतरे को देखते हुए सरकार के निर्देशों की पालना में सूक्ष्म कार्यक्रम हुआ है.
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इस मौके पर बाबा रामदेव की प्रतिमा का श्रृंगार कर नई पोशाक धारण करवाई गई है. मंदिर के शिखर पर ध्वज भी चढ़ाया गया है. पुजारी सूर्यकांत तिवाड़ी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की और आरती के बाद चूरमे का भोग लगाया गया है. इस मौके पर जयंत सांखला, बालकिशन भाटी, राधेश्याम सांखला, कन्हैयालाल पंचारिया, अक्षयसिंह टांक, मोहन सिंह भाटी, पन्नालाल सोलंकी और मेघाराम मेघवाल आदि मौजूद रहे.