नागौर. जिला कारागार में बंदियों से मारपीट के मामले में दोपहर बाद जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके बाद नागौर वृत्ताधिकारी मुकुल शर्मा कोतवाली थाने की टीम के साथ जिला कारागार पहुंचे. जहां उन्होंने जेल स्टाफ और बंदियों के बयान दर्ज किए.
इसके बाद रात को आठ बंदियों और दो जेल प्रहरियों का राजकीय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मेडिकल मुआयना करवाया गया. इस दौरान कोतवाली थाने और जेल स्टाफ के जवान अस्पताल परिसर में तैनात रहे.
यह भी पढ़ें- निजी स्कूल का घिनौना चेहरा, दिव्यांग बच्चे को शिक्षिका ने पानी के टैंक में फेंका
इस बारे में नागौर वृत्ताधिकारी मुकुल शर्मा का कहना है कि जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर कोतवाली थाने में सात बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जेल प्रशासन की ओर से पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया गया है कि पहले जेल के बैरक नम्बर 3 में बंद बंदियों ने मेस ड्यूटी में लगे बंदियों से झगड़ा किया. जेल स्टाफ के जवान समझाइश करने गए तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट की. इधर, इस मामले में बंदियों के परिजन लगातार जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
यह भी पढ़ें- 12वीं कक्षा की छात्रा ने इमारत से कूदकर की आत्महत्या, पढ़ाई को लेकर स्ट्रेस में होने की जताई जा रही आशंका
इधर, रात को सुरक्षा कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच आठ बंदियों को राजकीय जेएलएन अस्पताल ले जाया गया. जहां बंदी मनोहर, सहीराम, मुकेश, राजेन्द्र, अशोक, प्रेम, श्याम और हबीब का मेडिकल मुआयना करवाया गया है. इनमें से मनोहर, सहीराम, मुकेश, राजेन्द्र और अशोक एक गुट के और प्रेम, श्याम और हबीब दूसरे गुट के बताए जा रहे हैं. इन बंदियों के साथ ही जेल प्रहरी विक्रम सिंह और सुभाष का भी मेडिकल मुआयना करवाया गया है.
अब जेल में तैनात होंगे हथियार बंद जवान
जिला कारागार में बंदियों से मारपीट के मामले में पहले जेल प्रशासन द्वारा इसे छोटा-मोटा विवाद बताया जा रहा था. लेकिन मेडिकल करवाने जब इन बंदियों को ले जाया गया. तब एक बात तो साफ हो गई कि इस विवाद में कई बंदियों को ज्यादा चोट आई है.
दूसरी तरफ यह मामला सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के भी कान खड़े हो गए हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान नागौर वृत्ताधिकारी मुकुल शर्मा ने बताया कि अब जेल में हथियारबंद गार्ड तैनात किए जाएंगे.