नागौर. कोरोना काल में राज्य में बिगड़ती चिकित्सा व्यवस्था के बीच झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. इसके चलते नागौर के परबतसर में प्रशासन हरकत में आया. यहां 9 अवैध क्लीनिकों को सीज करने की कार्रवाई की गई. इन सभी जगहों पर अनाधिकृत रूप से मरीजों को इलाज से लेकर भर्ती करने का भी काम किया जा रहा था. वहीं, अधिकतर जगहों पर जांच टीम के पहुंचने की भनक लगने से झोलाछाप डॉक्टर मौके से फरार हो गए.
पढ़ें: पोकरण में तेज आंधी के साथ बारिश, कई पेड़ धराशायी... दर्जनों पक्षियों की मौत
परबतसर तहसीलदार घासीराम चौधरी, औषधि नियंत्रक अधिकारी हंसराज मंडा, परबतसर चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर ओम प्रकाश ठोलिया और दुर्गाराम मुंदलिया सहित चिकित्सा विभाग की टीम ने परबतसर शहर में हरसौर रोड और दिल्ली दरवाजा के अंदर स्थित चार अवैध क्लिनिक सीज किए. इसके अलावा ग्राम रोहिन्डी में 1, बागोट में 1, हरनावा में 1 और बड़ू में 2 अवैध प्रैक्टिस करने वाले झोलाछापों के क्लिनिकों को सीज किया गया. कारवाई की भनक लग जाने से झोलाछाप मौके से फरार हो गए.
पढ़ें: खबर का असर: जगमग हुआ भिवाड़ी कोविड चेकपोस्ट, अंधेरे की समस्या को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था
इस दौरान परबतसर के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर ओम प्रकाश ठोलिया ने कहा कि क्षेत्र में संचालित अवैध क्लीनिकों और झोलाछापों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि इन झोलाछाप डॉक्टरों का चक्कर छोड़कर सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाएं