नागौर. कोरोना वायरस के संक्रमण के लिहाज से हॉटस्पॉट बने नागौर जिले के बासनी गांव में एक नवजात बच्ची ने जन्म लिया. लेकिन सिर्फ चार दिन की ये नवजात कोरोना पॉजिटिव गई. इस बच्ची का जन्म आइसोलेशन वार्ड में हुआ था. जन्म के बाद डॉक्टर्स ने इसके सैंपल जांच के लिए भिजवाए थे. रिपोर्ट आने पर पता चला कि बच्ची कोरोना पॉजिटिव है. एक अनुमान के मुताबिक यह पहला कोरोना का पहला मामला होगा जब 4 दिन की नवजात कोरोना पॉजिटिव पाई गई.
जानकारी के अनुसार, बासनी गांव का रहने वाला एक शख्स कोरोना संक्रमित आया था. इस पर उसकी गर्भवती पत्नी को भी अस्पताल में क्वॉरेंटाइन किया गया था. इसी बीच चार दिन पहले महिला ने एक बच्ची को नागौर के राजकीय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही जन्म दिया. इस बच्ची के जन्म के बाद उसकी मां की कोरोना संबंधी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. जबकि पिता पहले ही कोरोना संक्रमित थे.
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ऐसे में नागौर के डॉक्टर्स ने नवजात बच्ची का सैंपल भी जांच के लिए भिजवाया था. सोमवार सुबह जब रिपोर्ट आई तो उसमें बच्ची के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई. नवजात बच्ची और उसकी मां का जयपुर में उपचार चल रहा है. इसके साथ ही नागौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है.
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जानकारी के अनुसार, इस नवजात बच्ची के परिवार के 10-12 सदस्य कोरोना से संक्रमित मिले हैं. यह सभी जिला मुख्यालय से सटे हुए बासनी गांव के रहने वाले हैं. बता दें कि नागौर जिले का बासनी गांव कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है. जिले का पहला कोरोना पॉजिटिव केस भी इसी गांव में मिला था. अब इस गांव में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 50 से बढ़कर 51 हो गई है.