नागौर. कोरोना वायरस को रोकने के लिए अब नागौर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. 1 लाख प्रवासी आने वाले वक्त में नागौर जिले में आएंगे. गांव तक संक्रमण न फैले इस को लेकर क्वाॉरेंटाइन सेंटर को मजबूत करने के लिए कमेटी का गठन कर लिया गया है. इस कमेटी में MP, MLA, जिला परिषद के सीईओ, एसडीएम ब्लॉक सीएमएचओ, DYSP, तहसीलदार, SHO, सरपंच की मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया है.
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि देश के कोने-कोने से नागौर के प्रवासी इन दिनों नागौर जिले में आ रहे हैं. अब नागौर जिला प्रशासन ने राज्य सरकार के निर्देशानुसार नागौर के सांसद नागौर के विधायक, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, SDM, DYSP, SHO जिला परिषद के सदस्य और गांव की सरकार के सरपंच की कमेटी का गठन करते हुए बाहरी राज्य से आने वाले नागौर जिले के प्रवासियों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर को मजबूत करने के लिए व्यवस्था शुरू कर दी है. साथ ही रेड जोन इलाके से आने वाले प्रवासी नागौर वासियों के लिए संस्थागत क्वॉरेंटाइन या होम क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके और उन पर निगरानी रख सके.
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नागौर जिले में शुक्रवार को 336 नए सैंपल लिए गए. वर्तमान में 913 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है. नागौर जिले में अब तक कुल 156 कोरोना वायरस संक्रमित मामले आ चुके हैं और तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मृत्यु हो चुकी है. तीनों मरीज बासनी के निवासी थे. अब वर्तमान में 38 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार चल रहा है.
नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि बासनी ग्राम पंचायत से कुल 105 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हुए हैं. वहीं वर्तमान में 18 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार जारी है. डेह ग्राम पंचायत से 5, लूणसरा से एक कुमारी से 7, डीडवाना के सिगरावट से एक, रिया बड़ी के देवगढ़ से 1, दौलतपुरा से एक, लूनियास से दो कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का उपचार जारी है.
प्रवासी नागौर वासियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब गांव में बनने वाले क्वॉरेंटाइन सेंटर को मजबूत करने के लिए जिला प्रशासन ने चेक प्वाइंट को मजबूत करते हुए निगरानी शुरू कर दी है.