नागौर. जिले के मेड़ता उपखण्ड के हरसोलाव और इंदावड़ में 2 अवैध क्लीनिकों को सील किया गया है. प्रशासन ने क्लीनिक में झोलाछाप डॉक्टर कोरोना का इलाज कर रहे थे. कोरोना काल में राज्य में बिगड़ती चिकित्सा व्यवस्था के बीच झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. नागौर जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी के निर्देशों पर प्रशासन हरकत में है. जिले के मेड़ता क्षेत्र के हरसोलाव और इंदावड़ में 2 अवैध क्लीनिकों को सील करने की कार्रवाई की गई है.
हरसोलाव और इंदावड़ में दोनों जगहों पर झोलाछापों द्वारा अनाधिकृत रूप से मरीजों को इलाज से लेकर भर्ती करने का भी काम किया जा रहा था. इसके अलावा और भी जगहों पर दबिश दी गई है. अधिकतर जगहों पर जांच टीम के पहुंचने की भनक लगने से झोलाछाप मौके से फरार हो गए. इस दौरान मौके से भारी मात्रा में इंजेक्शन और कई प्रकार की दवाओं को भी जब्त किया गया है.
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तहसीलदार शेरसिंह, बीसीएमओ डॉ. सुशील दिवाकर, ड्रग इंस्पेक्टर सुशीला डूडी, मेडिकल ऑफिसर कांतिप्रसाद और डॉक्टर राजन सहित चिकित्सा विभाग की टीम ने मेड़ता क्षेत्र के हरसोलाव और इंदावड़ में स्थित 2 अवैध क्लीनिकों को सील किया है. इस दौरान बीसीएमओ सुशील दिवाकर ने कहा कि क्षेत्र में संचालित अवैध क्लीनिकों और झोलाछापों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि इन झोलाछापों का चक्कर छोड़ सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाएं.