कोटा. सकतपुरा इलाके के बजरंगपुरा बस्ती में 132 केवी की हाईटेंशन लाइन से एक युवक के झुलसने का मामला सामने आया (Youth scorched by high tension line in Kota) है. इस मामले में हादसे के कारण को लेकर भाजपा कार्यकर्ता और राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने अलग-अलग दावे किए हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि हाईटेंशन लाइन के चलते बस्ती में कई घरों में उपकरण जल गए और स्थानीय निवासी गोपाल सिंह गंभीर रूप से झुलस गया.
दूसरी तरफ, राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के अधिशासी अभियंता ओपी शर्मा का कहना है कि युवक छत पर टेंट लगाने गया था और जैसे ही हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आया, करंट से वह झुलस गया. हमारी लाइन से किसी तरह का कोई करंट नहीं फैलता है. सेकंड के छोटे हिस्से में ही पूरी लाइन ट्रिप हो गई, जो अभी तक भी बंद है. इससे किसी तरह के कोई घरेलू उपकरण नहीं जलते हैं. हालांकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रसारण निगम अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. भाजपा पार्षद, कार्यकर्ता और बस्ती के लोग सकतपुरा प्रसारण निगम के दफ्तर पर पहुंचे और जमकर हंगामा (Ruckus in electric department in Kota) किया. दफ्तर में शनिवार होने के चलते कोई भी मौजूद नहीं था. ऐसे में लोगों ने ज्ञापन भी वहां पर चस्पा कर दिया और जमकर नारेबाजी की.
लोगों का आरोप है कि हाईटेंशन लाइन में वोल्टेज बढ़ने के कारण ही बजरंगपुरा बस्ती के निवासियों के पंखे, टीवी, कूलर व फ्रिज जले हैं. इस मामले में पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल का कहना है कि नदीपार क्षेत्र की बजरंगपुरा, काली बस्ती सहित कई कॉलोनियों में हाईटेंशन लाइन के कारण कई हादसे हो चुके हैं. मैंने कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा बस्तियों के ऊपर से हाईटेंशन लाइनों को शिफ्ट करने की बात कही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और लगातार हादसे हो रहे हैं. दूसरी तरफ ओपी शर्मा का कहना है कि लगातार यहां पर लोग मकान निर्माण कर रहे हैं. जबकि उन्होंने पहले से ही ऐसे लोगों को नोटिस दिए हुए हैं.
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आज घर में था मां के बारहवें का कार्यक्रम: गोपाल सिंह की मां का देहांत करीब 12 दिन पहले ही हुआ था और आज उनके घर पर मां के बारहवें का कार्यक्रम था. इसी दौरान यह हादसा हो गया. पहले से ही घर में गमगीन माहौल था और अब यह हादसा हो जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ सा टूट गया है. परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. ऐसे में स्थानीय लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही एंबुलेंस की मदद से उन्हें जयपुर उपचार के लिए एसएमएस अस्पताल भेजा.