कोटा (इटावा). जिले की सिमलिया ग्राम पंचायत क्षेत्र के कल्याणपुरा गांव में युवाओं की अथक मेहनत और जज्बे ने हनुमान मंदिर परिसर में मौजूद वीरान पंकज सरोवर को हरियाली से सरोबार कर दिया. युवाओं ने यहां जो पौधे लगाए थे, वे अब पेड़ का आकार लेते नजर आ रहे हैं. साथ ही गांव के लोगों को छाया के साथ प्राण वायु भी मिल रही है.
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सुल्तानपुर क्षेत्र की सिमलिया पंचायत के कल्याणपुरा गांव में युवाओं ने वीरान पंकज सरोवर की जमीन को हरियाली (Greenery) का रूप देकर सौंदर्य में बदल दिया. कोरोना महामारी के बीच सबसे ज्यादा चर्चा ऑक्सीजन (oxygen) संकट को लेकर ही है और सब जानते हैं कि प्राकृतिक ऑक्सीजन (natural oxygen) के एकमात्र स्त्रोत पेड़-पौधे ही हैं. इसी बात को ध्यान में रखकर नियमित रूप से युवाओं की टोली लगातार अपने श्रम से सरोवर किनारे स्थित उद्यान के पौधों की देखरेख कर रही है. जिसके कारण कभी वीरान रहे तालाब के किनारे दो बीघे के इस उद्यान में आज कई हरे वृक्ष खड़े दिखाई देते हैं.
पक्षियों की कलरव से यह स्थान गूंजता रहता है, जो लोगों के लिए प्रकृति की गोद में समय बिताने का सुंदर जरिया बन गया है. मंदिर आने वाले श्रद्धालु मनोरम हरियाली की छटा को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और युवाओं के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए नहीं थकते.
युवा मनोज तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दीगोद खंड के संघ संचालक गोवर्धन मालव की प्रेरणा से उन्होंने उद्यान को विकसित किया. अगर युवाओं के इस प्रयास को पंचायत की ओर से फंड उपलब्ध कराया जाय, तो वे अपने साथियों महेंद्र प्रजापति, भूपेंद्र मालव, विजेंद्र प्रजापति, जितेंद्र, राकेश, सत्यप्रकाश, हितेश, महावीर मालव, नितिन वैष्णव, बृजमोहन, मुकेश मीणा और चंद्रप्रकाश मीणा के साथ इसे और विकसित कर देंगे.