कोटा. नगर विकास न्यास ने ईटीवी भारत की खबर के बाद 491 अवैध कॉलोनियों के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है. इसी के तहत आज अतिक्रमी के कब्जे से यूआईटी की करोड़ों रुपए की जमीन को मुक्त करवाया गया है. इसमें नगर विकास न्यास का अतिक्रमण निरोधक दस्ता पूरे लवाजमा के साथ चंद्रसेल पहुंचा था.
इस कार्रवाई में अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने कई घंटों तक कार्रवाई की. जिसमें जमीन की पूरी तारबंदी को नगर विकास न्यास ने तोड़ा है. साथ ही न्यास के संपत्ति होने का बोर्ड लगाया गया है. इसी अतिक्रमी ने न्यास की 5 बीघा जमीन पर पहले ही अतिक्रमण कर लिया था. जिसे एक बार हटाकर न्यास की संपत्ति की सूचना लगाई गई थी, लेकिन दोबारा अतिक्रमण कर लिया था. इसके बाद ही अतिक्रमी आशीष कुमार यादव के खिलाफ 2 दिन पहले ही बोरखेड़ा थाने में यूआईटी की जमीन को अवैध कब्जा करने का मुकदमा दर्ज करवाया गया था.
डेयरी फार्म चला रहा था अतिक्रमी
यूआईटी के पुलिस उप अधीक्षक जसवीर मीणा ने बताया कि अतिक्रमण ने नगर निगम की 5 बीघा जमीन पर चंद्रसेन में अतिक्रमण कर लिया था. साथ ही वहां पर प्लानिंग भी कर दी गई थी और प्लाटों को बेचने की कोशिश की जा रही थी. इस जमीन पर तारबंदी करके बाउंड्री बना रखी थी. जहां पर गाय भैंसों को रखा हुआ था. वहीं डेयरी का कार्य भी करवाया जा रहा था.
पढ़ें- राजेंद्र राठौड़ का पलटवार, कहा- चिकित्सा मंत्री ऑक्सीजन मामले में रायता फैलाने का काम कर रहे हैं
रंगतालाब और मानपुरा में अवैध कॉलोनी की सूचना नगर विकास न्यास की टीम ने रंग तालाब काला तालाब इलाके में गैर अनुमोदित कॉलोनी महारानी रेजिडेंसी पर भी अवैध कॉलोनी होने की सूचना लगवाई है. साथ ही मानपुरा में भी गोदावरी धाम कॉलोनी में अवैध कॉलोनी होने के बोर्ड लगाए गए हैं. इस कार्रवाई में यूआईटी के पुलिस उपाधीक्षक जसवीर मीणा, पुलिस निरीक्षक आशीष भार्गव, तहसीलदार रामकल्याण यादवेंद्र, कैलाशचंद मीणा, कानूनगो शैलेंद्र जायसवाल, पटवारी हरीशचंद्र प्रजापति सहित न्यास का अतिक्रमण निरोधक दस्ता मौजूद था.