कोटा. पिछली सरकार के निर्णय को बदलने के क्रम में कोटा नगर विकास न्यास ने एक और कदम उठाया है. जिसमें भोपाल की तर्ज पर कोटा के गणेश उद्यान में भी शौर्य गैलरी तैयार की जा रही थी, लेकिन अब इसे केवल ओपन थिएटर ही बना कर छोड़ दिया गया है. यूआईटी के 3 करोड़ 28 लाख रुपए से केवल ओपन थिएटर ही तैयार हुआ है. जबकि इसमें पूरी शौर्य गैलरी तैयार होनी थी.
इस शौर्य गैलरी में शहीदों से जुड़ी जानकारियों को प्रदर्शित करना था. सरकार बदलते ही नगर विकास न्यास के अधिकारियों ने इस पर ध्यान देना छोड़ दिया, अब जब निर्माण पूरा हो गया है, लेकिन शौर्य गैलरी के अनुसार शहीदों से जुड़ी जानकारियां इसमें प्रदर्शित नहीं की जा रही है.
नहीं है सेकंड फेज का कोई निर्णय
नगर विकास न्यास की बजट बैठक भी हो चुकी है. इसके अलावा इस शौर्य गैलरी का निर्माण भी ठेकेदारों ने दी गई डिजाइन और टेंडर के अनुसार लगभग पूरा ही कर दिया है. जिसमें केवल ओपन थिएटर का निर्माण ही किया गया है, जबकि इस पूरे प्रोजेक्ट में राजस्थान और कोटा के शहीदों और युद्ध से जुड़ा इतिहास दिखाना था.
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इसके अलावा प्रजेंटेशन के जरिए यहां आने वाले लोगों को एक शॉर्ट डॉक्युमेंट्री दिखाने की भी योजना थी. वहीं पूरी गैलरी के अंदर शहीदों से जुड़े हुई बातों को प्रदर्शित करना था और उनके गौरव को दिखाना था, लेकिन इसके लिए न्यास के अभियंता और अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. उनका कहना है कि जो बजट था उसके जरिए हमने काम कर दिया है. इसके लिए कोई सेकंड फेज का प्रपोजल अभी बाकी नहीं है.
6 महीने में होना था निर्माण लग गए 2 साल
शौर्य गैलरी के लिए तत्कालीन यूआईटी के अध्यक्ष आरके मेहता ने न्यास के अभियंताओं को भोपाल भेजा था और वहां से ही हेरिटेज लुक की डिजाइन का परीक्षण करवाया था. इसके बाद ही इसको आर्किटेक्ट के जरिए बनवाया गया और जुलाई 2018 में इसके वर्क आर्डर दे दिए, जो कि दिसंबर 2018 में पूरा करना था. 2 साल हो जाने के बाद भी निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है.
मौके पर अब भी कार्य जारी है. इस पर न्यास के अभियंता कहते हैं कि पहले आर्किटेक्ट ने डिजाइन देरी से तैयार की. इसके बाद इंजीनियर के ट्रांसफर होने से काम अटक गया. बीच में सरकार बदलने के चलते बजट का भी टोटा इस कार्य में रहा है.
गणेश उद्यान में पहले से है ओपन थिएटर
शौर्य गैलरी में बने ओपन थिएटर की कैपेसिटी करीब 250 से 300 व्यक्ति की बताई जा रही है. जबकि पहले से ही गणेश उद्यान में एक ओपन थिएटर बना हुआ है. जिसकी कैपेसिटी 120 लोगों के आसपास है. यह दोनों ओपन थिएटर एक ही गार्डन में महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित है. पहले वाला गार्डन भी उपयोग में नहीं आ रहा है. इक्की दुक्की बार ही यहां पर कोई आयोजन हुआ हो. ऐसे में बिना शौर्य गैलरी के इस ओपन थिएटर का भी कोई महत्व नहीं रह जाता है.
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आने-जाने का भी नहीं है रास्ता
शौर्य गैलरी के नाम से बिल्डिंग तो तैयार कर दी गई है, जिसका पूरा हेरिटेज लुक है, लेकिन यहां से आने का एकमात्र रास्ता गणेश उद्यान से ही है. जो भी अंदर ही अंदर 500 मीटर लोगों को चलना होगा. ऐसे में जब तक इसके लिए अलग से रास्ता नहीं बनाया जाएगा, लोगों का इधर आना मुश्किल ही है. इसके अलावा जो रास्ता यहां पर आता है, उसमें भी बीच में पानी भरा रहता है. साथ ही रास्ता कीचड़ में तब्दील हो रहा है क्योंकि नाला बीच में से निकल रहा है.