कोटा. कोटा शहर के आसपास नगर विकास न्यास की अनदेखी के चलते कॉलोनाइजर और बिल्डरों ने 491 अवैध कॉलोनियां काट दी. यह खुलासा भी यूआईटी के द्वारा करवाए जा रहे अवैध कॉलोनियों के सर्वे में सामने आया हैं. इनमें कई कॉलोनियां तो ऐसी है, जिनमें सरकारी यूआईटी के जमीन पर ही बना दी गई थी. इस पर ईटीवी भारत समाचार के जरिए यूआईटी की हकीकत सामने आया था. इस पर यूआईटी ने संज्ञान लिया और अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इसका अभियान शनिवार से ही नगर विकास न्यास के उप सचिव और अतिक्रमण निरोधक दस्ते की टीम ने शुरू किया है. इसके तहत की दो कॉलोनाइजर के खिलाफ मुकदमा भी यूआईटी के अधिकारियों ने दर्ज करवाया है.
खड़े किए खंभे तोड़े और प्रदर्शित की सूचना
यूआईटी के दस्ते ने अवैध कॉलोनियों में जाकर खड़े किए गए बिजली के खंभों को जेसीबी के जरिए नीचे गिरा दिया है. साथ ही वहां पर यूआईटी ने बोर्ड लगाकर अवैध कॉलोनी की सूचना प्रदर्शित की है. यूआईटी के पुलिस निरीक्षक आशीष भार्गव ने बताया कि कैथून रोड पर प्रतिभा रेजिडेंसी, विकास नगर, केशव नगर, भागीरथ विहार फर्स्ट, विष्णुधाम और इमानुअल स्कूल के पीछे काटी जा रही कॉलोनी शामिल है. यूआईटी आज सुबह से ही इस काम में जुटा रहा. इसमें उपसचिव चंदन दुबे और मोहम्मद ताहिर शामिल रहे. कानूनगो शैलेंद्र जायसवाल रामदयाल मीणा कपिल कुमार सोनी पटवारी संजय मीणा हरीश प्रजापति और न्यास का अतिक्रमण निरोधक दस्ता कार्रवाई करता रहा.
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यूआईटी की जमीन पर ही काट दी प्लानिंग
नगर विकास न्यास की चंद्रसेल में स्थित जमीन पर आशीष कुमार यादव ने अतिक्रमण कर लिया था, जिससे यूआईटी ने पहले हटाया था. साथ ही वहां पर यूआईटी के संपत्ति होने का बोर्ड लगा दिया था, लेकिन बाद में वापस उसने अतिक्रमण करते हुए प्लानिंग काट दी. इस पर कार्रवाई करते हुए आज वापस अतिक्रमण को हटा दिया है. ऐसे में बोरखेड़ा थाने में उसके खिलाफ सरकारी संपत्ति को हड़पने का मुकदमा दर्ज करवाया गया है. वहीं दूसरी तरफ नगर विकास न्यास ने अवैध कॉलोनी का बोर्ड गंगाइचा इलाके में केशव धाम कॉलोनी पर लगाया था, जिसे कॉलोनी विकसित कर रहे प्रेमदास महावर ने रंगवा दिया था, जिससे वह सूचना आम जनता को नहीं प्रदर्शित हो पा रही थी. इस पर कार्रवाई करते हुए यूआईटी ने आज रेलवे कॉलोनी थाने में प्रेमदास महावर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.