कोटा. आज के युग में बेटियां भी बेटों से बराबरी कर रही हैं. ऐसा ही एक उदाहरण किशोरपुरा मुक्तिधाम में देखने को मिला. जहां तीन बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाते हुए अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया. वहीं उनकी चिता को मुखाग्नि भी दी.
बता दें कि कोटा के साबरमती कॉलोनी निवासी राकेश डिरिया की पत्नी भगवती देवी कैंसर रोग से पीडि़त थी. भगवती देवी की सोमवार देर रात मृत्यु हो गई. उनके तीन बेटियां हैं और पुत्र नहीं है. मंगलवार सुबह शव को दाह संस्कार के लिए किशोरपुरा मुक्तिधाम ले जाया गया. इस दौरान उनकी तीनों बेटियों रितिका, दिव्या व याशिका ने बेटे का फर्ज निभाते हुए मां की अर्थी को कंधा दिया.
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सोशल डिस्टेंसिंग का रखा पूरा ध्यान
शवयात्रा में 10-15 लोग शामिल हुए. जिन्होंने चेहरों पर मास्क पहन रखा था और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए चल रहे थे. भगवती देवी के शव का इलेक्ट्रॉनिक शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया गया. बता दें कि मृतका भगवती देवी की बड़ी बेटी कोचिंग संस्थान में पढ़ाती है और दोनों छोटी बेटियां अभी पढ़ाई कर रही हैं.