कोटा. जिले में कोरोना वायरस के मामले कम जरूर हुए हैं, लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सैंपलिंग पर पूरा जोर लगाए हुए हैं. पूरे शहर के अलग-अलग हिस्सों से लगातार सैंपलिंग लिया जा रहा है. छावनी इलाके के मोती महाराज मंदिर के आसपास एक टीम सैंपल लेने पहुंची थी. इस टीम में डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और लैब टेक्नीशियन शामिल थे. टीम पीपीई किट पहनकर नमूने ले रही थी कि गर्मी ज्यादा होने के कारण पीपीई किट से स्टाफ को परेशानी होने लगी और 2 चिकित्साकर्मी बेहोश भी हो गए.
जानकारी के अनुसार सैंपल कलेक्शन टीम में लैब टेक्नीशियन हितेंद्र वर्मा, घृतरांची शर्मा, नर्सिंग कर्मी जसवंत गोस्वामी और अशोक मीणा छावनी इलाके में कोरोना वायरस के नमूने एकत्रित करने पहुंचे थे. यह लोग नमूने ले ही रहे थे कि पीपीई किट से सैंपल कलेक्शन टीम के जितेंद्र वर्मा और घृतरांची शर्मा को दिक्कत होने लगी. कुछ ही देर में दोनों गस खाकर गिर गए.
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बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने के कारण अन्य चिकित्साकर्मियों ने उन्हें तुरंत संभाला. हालांकि दोनों बेहोश हो गए. उसके बाद साथी कंपाउंडरों ने उन्हें पानी और ग्लूकोज उपलब्ध करवाया. इसके बाद दोनों खड़े हो पाए. वहीं, बेहोश होने वाले कार्मिकों का कहना है कि पीपीई किट बदले गए हैं, इसलिए उन्हें आज यह समस्या हुई है.
कार्मिकों का कहना है कि इसके पहले जो पीपीई किट थे उनमें इस तरह की समस्या सामने नहीं आ रही थी. नए पीपीई किट जो चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में आए हैं, उनके घटिया होने की शिकायत भी स्टाफ ने अधिकारियों को की है. इसके बाद नए पीपीई किट जारी करने की बात भी सामने आ रही है.