कोटा. कोरोना वायरस से जूझ रहे देश में लॉकडाउन चल रहा है. हर कोई अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. ऐसे में कोटा की एक सरकारी शिक्षिका मिथिलेश यादव ने भी अपनी जिम्मेदारी को समझा और देशहित में अपनी भागीदारी निभाते हुए COVID-19 पीड़ितों की मदद के लिए अपने दो महीनों का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान किया है. शिक्षिका ने बुधवार को जिला कलेक्टर को 1 लाख रुपए राशि का चेक सौंपा है.
शिक्षिका मिथिलेश यादव ने कहा कि, लगातार खबरें आ रही हैं कि, लॉकडाउन के चलते गरीब, असहाय, दिहाड़ी मजदूर और कोचिंग छात्रों को भोजन की समस्या आ रही है. उन्हें भोजन नहीं मिल पा रहा है. इन लोगों की मदद के लिए ही उन्होंने अपने दो महीनों का वेतन दान करने की पहल की है. शिक्षिका के पति डॉ. राजेश सागर भी सरकारी चिकित्सक है. उनका कहना है कि, इस तरह की महामारी में जब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लोगों से अपील कर रहे हैं कि, लोग आगे आकर दूसरों की मदद करें. तो हमने मदद का निर्णय लिया है.
बता दें कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए COVID-19 से जूझ रहे पीड़ितों की सहायता के लिए हर किसी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए एक जुट होकर इससे निपटने की बात कही थी. जिसके बाद कोटा उच्च प्राथमिक विद्यालय रंगपुर की शिक्षिका मिथलेश यादव ने प्रेरित होकर 1 लाख रुपये का चेक जिला कलेक्टर ओम कसेरा को सौंप दिया.