कोटा. जेईई मेन परीक्षा के परिणाम और परसेंटाइल से ही एडवांस के लिए विद्यार्थी क्वालीफाई किए जाएंगे. इसके साथ ही जेईई मेन के चारों चरणों से ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR) भी जारी होगी. ऐसे में विद्यार्थी कट ऑफ बढ़ने और घटने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट का मानना है कि इस बार जनरल कैटेगरी की कटऑफ में ज्यादा अंतर नहीं आएगा. कोविड-19 के कारण वर्ष 2020 व 2021 की परिस्थितियां लगभग समान हैं. वहीं प्रश्न पत्रों के स्तर में भी दोनों वर्षों में कोई खास अंतर नहीं है.
देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईईमेन के चौथे राउंड के रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट और प्रोविजनल आंसर की जारी हो चुकी है. ऐसे में जल्द ही जेईई मेन 2021 का परिणाम घोषित होगा. जेईई मेन परीक्षा के परिणाम और परसेंटाइल से ही एडवांस के लिए विद्यार्थी क्वालीफाई किए जाएंगे.
इसके साथ ही जेईई मेन के चारों चरणों से ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR) भी जारी होगी. ऐसे में विद्यार्थी कट ऑफ बढ़ने और घटने के फेर में इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट का मानना है कि इस बार जनरल कैटेगरी की कटऑफ में ज्यादा अंतर नहीं आएगा. कोविड-19 के कारण वर्ष 2020 व वर्ष 2021 की परिस्थितियां लगभग समान है.
वहीं प्रश्न पत्रों के स्तर में भी दोनों वर्षों में कोई खास अंतर नहीं है. ऐसी स्थिति में जनरल केटेगरी के लिए कट ऑफ परसेंटाइल में कोई खास परिवर्तन की संभावना नहीं है. जेईई एडवांस 2021 की कटऑफ को लेकर सभी आरक्षित व अनारक्षित श्रेणियों के विद्यार्थियों की उत्सुकता बढ़ गई है.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि बीते साल 2020 में जेईई एडवांस के लिए कट ऑफ 90.37 परसेंटाइल घोषित किया गया था. इस कटऑफ या इससे अधिक परसेंटाइल प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थी जेईई एडवांस 2020 के लिए पात्र घोषित कर दिए गए थे.
पिछले वर्षों की कटऑफ के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि वर्ष 2019 व 2020 में जनरल केटेगरी के लिए यह कटऑफ परसेंटाइल में ज्यादा अंतर नहीं था. 2019 में जहां 89.7548849 और वर्ष 2020 में 90.3765335 थी. जबकि अन्य केटेगरी की कटऑफ परसेंटाइल में लगभग 2 से 8 फीसदी की गिरावट हुई है.
देव शर्मा ने बताया कि ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए कटऑफ परसेंटाइल वर्ष 2019 में 78.2174869 थी, जो वर्ष 2020 में घटकर 70.2435518 रह गई. इसी प्रकार ओबीसी एनसीएल केटेगरी के लिए यह पर्सेंटाइल 74 से 72, एससी केटेगरी के लिए 54 से 50 व एसटी केटेगरी के लिए 44 से घटकर 39 रह गई है.