कोटा. कोटा विश्वविद्यालय में छात्रों की मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे छात्र नेताओं पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं. गवर्नमेंट साइंस कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और एनएसयूआई के जिला महामंत्री भास्कर सिंह नागर के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट आज यूनिवर्सिटी में 8 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन करने गए थे.
छात्रों ने प्रदर्शन करने के दौरान अधिकारियों से मिलने की जिद पकड़ ली. जिसके बाद पुलिस ने थोड़ी देर के लिए रोका. हालांकि इस दौरान भास्कर सिंह नागर भी पीछे के दरवाजे से यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से मिलने पहुंच गए. साथ ही आगे रोके गए छात्र भी आक्रोशित हो गए. उन्होंने भी वीसी सचिवालय के दरवाजे का कांच तोड़ दिया. जिसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए इन सभी छात्रों को वहां से खदेड़ दिया और जमकर लाठियां बरसाई.
हालांकि इस प्रकरण पर बाद खुद भास्कर सिंह नागर ने खेद जताया. उनका कहना है कि आक्रोशित छात्रों को ऐसा नहीं करना चाहिए था. उन्होंने खुद को भी दोषी माना है. साथ ही कहा कि विश्वविद्यालय की प्रॉपर्टी को नुकसान हुआ है. वह अपने पैसे से ही उसे दुरुस्त करवाएंगे.
भास्कर ने कहा कि अगर इस तरह से प्रदर्शन करना से छात्रों का भविष्य भी खराब हो सकता है. इसीलिए जायज मांगों को लोकतांत्रिक तरीके से ही उठाना सही है. हालांकि प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भास्कर सिंह नागर भी प्रदर्शन के दौरान बेहोश हो गए थे.
ये हैं छात्र नेताओं की मांगें
इन मांगों में छात्रों की प्रमुख मांगों में परीक्षा का टाइम टेबल 28 दिन पूर्व जारी करना, फेल या सप्लीमेंट्री की जगह बैक दी जाए, ताकि छात्रों का वर्ष खराब नहीं हो. हर एग्जाम के बाद 1 दिन का अवकाश दिया जाए. साथ ही 1 दिन में एक ही पेपर लिया जाए. कोविड 19 व परीक्षा के कारण लेट होने के चलते अगले वर्ष की परीक्षा में भी पर्याप्त समय स्टूडेंट्स को दिया जाए. अंतिम वर्ष की परीक्षा व कक्षाओं की संपूर्ण गाइडलाइन जारी की जाए. नए सत्र की ऑफलाइन कक्षा परीक्षा के बाद संचालित की जाए. उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में सरलता बरती जाए और परिणाम भी समय से जारी हो.
इन मांगों पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रवीण भार्गव ने कहा है कि छात्रों ने जो ज्ञापन सौंपा है. उनकी अधिकांश मांगें वह पहले ही मान चुके हैं.