कोटा. भीषण गर्मी से परेशान लोगों के लिए सोमवार की शाम राहत लेकर आई. 30 किलोमीटर प्रति घण्टे की गति से चली हवाओं से थोड़ा सुकून मिला तो कई जगह तेज आंधी तूफान के साथ पड़ी बारिश ने तबाही मचा (Storm kills 2 in Kota) दी. जिनमें 2 लोगों की मौत हो गई और करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए. इस प्राकृतिक कहर की जद में कई कच्चे मकान भी आ गए.
दो मौतें जिले के अलग-अलग इलाकों में हुईं. एक हादसा नयापुरा में हुआ. जहां 35 वर्षीय परमानंद सैनी मयूर सिनेमा के पास गार्डन में घूमने गए थे. वहीं पेड़ गिरने से उसके नीचे दब गए. घायल अवस्था में उन्हें एमबीएस अस्पताल ले जाया गया. जहां पर देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया. दूसरी मौत रेलवे कॉलोनी थाना इलाके के रंगपुर गांव में हुई. यहां पर आंधी के बाद आई बारिश में दीवार ढह गई जिसमें गोलू केवट नाम का शख्स घायल हो गया. उसे भी एमबीएस अस्पताल लाया गया. जहां उपचार के दौरान देर रात उसने दम तोड़ दिया.
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सूचना दर्जन भर से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी है. ज्यादातर केस में (2 killed Due to Storm In Kota) दीवार ढहने या फिर पेड़ के नीचे आने से हादसा हुआ. ऐसा ही एक हादसा बोरखेड़ा थाना इलाके के चंद्रसेल गांव में हुआ. यहां दीवार गिरने से बुजुर्ग महिला भूरी बाई घायल हो गईं. इसी तरह वर्कशॉप के नजदीक उड़िया बस्ती में पेड़ गिरने से कुछ झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई और इनमें रहने वाली महिला शालू के सिर पर चोट लग गई. इसके अलावा इसी इलाके में अन्य लोगों के भी चोटिल होने की खबर है.
ठप रही पूरी तरह से बिजली व्यवस्था: तेज आंधी के चलते कोटा शहर और ग्रामीण इलाके की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई. कोटा शहर में 2 घंटों तक विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाई. महावीर नगर इलाके में तो देर रात 3:00 बजे तक बिजली नहीं आई. ऐसा ही स्टेशन, बोरखेड़ा, थेकड़ा, नयापुरा और छावनी इलाके में हुआ. स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि निजी बिजली कंपनी केईडीएल के कॉल सेंटर से संतुष्ट जवाब नहीं मिल रहा था. जबकि निजी बिजली कंपनी के अधिकारी, एईएन व जेईएन फोन रिसीव नहीं कर रहे थे.