कोटा. नगर विकास न्यास की टीम अनंतपुरा क्रेशर बस्ती में पुनर्वास किए हुए मकानों को तोड़ने पहुंची थी. इस दौरान स्थानीय लोगों ने कार्रवाई का विरोध (Protest against encroachment action in Kota) शुरू कर दिया. लोग कार्रवाई से इतने आक्रोशित हो गए कि उन्होंने यूआईटी दस्ते पर पथराव कर दिया.
इस पथराव में यूआईटी टीम के कुछ कर्मचारी घायल भी हो गए. हालात ये बन गए कि टीम के लोग बुलडोजर और अन्य मशीनें मौके पर ही छोड़ कर तितर-बितर हो गए. दस्ते को बिना कार्रवाई बैरंग ही लौटना पड़ा. पथराव (Stone pelting on UIT team in Kota ) में दस्ते की कुछ मशीनों को नुकसान भी हुआ. हालांकि कार्रवाई के वक्त बड़ी संख्या में यूआईटी का जाब्ता मौजूद था, लेकिन लोगों के आक्रोश के सामने उनकी नहीं चली.
मामले के अनुसार नगर विकास न्यास की टीम आज अतिक्रमण निरोधक दस्ते के साथ अनंतपुरा क्रेशर बस्ती में पुनर्वास के बाद खाली हुए मकानों को तोड़ने पहुंची थी. इस दौरान तहसीलदार राम कल्याण यादवेंद्र और कैलाशचंद्र मीणा व यूआईटी थाने के की टीम और अधिकारी भी मौजूद थे. टीम ने बुलडोजर और अन्य मशीनों से पक्के निर्माण को तोड़ना जैसे ही शुरू किया, वहां पर आस पड़ोस के लोग आक्रोशित हो गए.
लोगों ने टीम पर पथराव कर दिया. अचानक हुए इस विरोध से मौजूद पुलिसकर्मी और यूआईटी के कार्मिक सकते में आ गए और पथराव को देखकर मौके से पीछे हट गए. इस घटना में यूआईटी के एक दो कार्मिकों को चोट भी पहुंची. यूआईटी के तहसीलदार कैलाश चंद्र मीणा का कहना है कि वह उन मकानों पर ही कार्रवाई कर रहे थे, जिनका पुनर्वास नगर विकास न्यास ने कर दिया है.
ऐसे में उन लोगों को तो कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन आस-पड़ोस के अन्य समाज कंटक को ने हमला कर दिया. इनके संबंध में पुलिस कार्रवाई भी की जा रही है.