कोटा. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह हाड़ौती के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. कोटा में आज उन्होंने मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर कहा कि प्रदेश में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल पुनर्गठन को लेकर उम्मीद है कि अब नया मंत्रिमंडल जंगलराज और भ्रष्टाचार मुक्त होगा.
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद प्रदेश को स्थाई गृहमंत्री भी मिलेगा. इस पुनर्गठन से प्रदेश की जनता को भी उम्मीदें हैं. वर्तमान में जंगलराज व भ्रष्टाचार सरकार का पर्याय बन गई है. नई सरकार किसानों की कर्ज माफी पर ध्यान देगी. उन्होंने जो वादा बेरोजगारों से किया था कि भत्ता दिया जाएगा, उन्हें मिल जाएगा. सोती हुई सरकार जागेगी, लेकिन हकीकत 2 से 3 महीने में ही सामने आ जाएगी.
सीएम के सामने पहली बार लोगों ने कहा कि ट्रांसफर में पैसा लिया है, इस तरह से जनता ने कभी नहीं कहा. मैंने कभी नहीं देखा. मुखिया के सामने ही पैसे लेने की बात स्वीकार कर ली गई हो. कृषि कानूनों पर अरुण सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा है कि कृषि कानून पहले भी सही थे, अब भी सही हैं. कृषि कानून अच्छा था, कुछ किसानों को नहीं समझ आया. यूपीए के समय से आत्महत्या, नीम कोटेट यूरिया, किसान सम्मान निधि सहित कई काम उनके लिए किये हैं. पीएम मोदी ने उदार ह्रदय से कृषि कानून वापस लिये हैं. उनके मन में किसान की आय दोगुनी करने की बात अभी भी है.
वसुंधरा को वापस लाने के सवाल पर कहा कि यह फैसला संसदीय बोर्ड का है. वह उचित समय पर उचित निर्णय लेंगे. कोटा में गुटबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि यहां पर किसी तरह की कोई गुटबाजी नजर नहीं आएगी, भारतीय जनता पार्टी का संगठन एक है.
भारतीय जनता पार्टी कोटा में नगर निगम चुनाव में दोनों में बोर्ड नहीं बना सकी. इसके साथ ही उपचुनाव भी बीजेपी हार हुई. इस पर अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने कोटा ही नहीं जयपुर में भी अपने मनमाफिक परिसीमन नगर निगम के चुनाव के पहले किया था. जानबूझकर दो नगर निगम इन शहरों में बनाए गए.
अरुण सिंह ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि देशभर के स्टूडेंट कोटा में आते हैं, लेकिन पूरा शहर खुदा हुआ है. चिंताजनक बात है कि प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा से है, लेकिन वे भी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि 90 लाख से ज्यादा वैक्सीन का स्टॉक राजस्थान के पास है, लेकिन अब लोगों को वैक्सीन नहीं लगा रहे हैं. इन्हें घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए.