कोटा. लॉकडाउन के दौरान लोग दौड़-भाग वाली दिनचर्चा को काफी मिस कर रहे हैं. कई लोगों को समझ ही नहीं आ रहा कि इस खाली समय में क्या करें. ज्यादातर लोग अपना टाइम सोशल मीडिया पर बिता रहे हैं. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइज जैसे मोबाइल, लैपटॉप का अधिक उपयोग लोगों के लिए हानिकारक बन रहा है. सोशल मीडिया के उपयोग से लोगों में डिप्रेशन होने का खतरा भी बढ़ रहा है.
मनोचिकित्सक राजमल मीणा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर लोग घरों में बिता रहे हैं. ऐसे में लोग सोशल मीडिया मोबाइल फोन, लैपटॉप और टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर बिता रहे हैं. जिससे लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है. इससे लोग चिड़चिड़ेपन और डिप्रेशन के ज्यादा शिकार हो रहे हैं.
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एक्सपर्ट ने दी ये सलाह...
मनोचिकित्सक ने बताया कि इससे बचने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कम करना चाहिए. परिवार के साथ इंडोर गेम खेलना एक अच्छा विकल्प हो सकता है. घर के गार्डन में या छत पर भी खेल सकते हैं. उन्होंने बताया कि परिवार के साथ छोटे बच्चों को पढ़ाने, योगा और मैगजीन से टाइम पास किया जा सकता है.
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डिप्रेशन के लक्षण दिखने पर तुरंत लें सलाह..
डॉक्टर राजमल मीणा ने बताया कि डिप्रेशन के शिकार होने पर अगर लक्षण दिखाई दे, तो तुरन्त नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें और डिप्रेशन से बचें. अभी लॉकडाउन के चलते परिवार के बीच रहने का मौका मिला है जिसका सदुपयोग करना चाहिए.