कोटा. कश्मीरी पंडितों पर बनाई गई फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' चर्चा में है. हिंदू संगठन और भारतीय जनता पार्टी के नेता फिल्म को देखने के लिए (Kota Big News) जनता से आग्रह कर रहे हैं. वहीं, इस मूवी को लेकर कुछ लोग सवाल भी उठा रहे हैं.
ऐसी स्थिति को देखते हुए कोटा जिला प्रशासन ने सांप्रदायिक सौहार्द नहीं बिगड़े, इसके लिए जिले में एहतियातन धारा 144 लगा दी है. धारा 144 जिले में 22 मार्च सुबह 6 से 21 अप्रेल रात 12 बजे तक लागू रहेगी. कार्यवाहक जिला कलेक्टर रामकुमार सिंह ने धारा 144 लगाने का आदेश भी निकाल दिया है.
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील त्योहार चेटीचंड, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, जमातुलविदा, बैसाखी और अन्य त्यौहार आ रहे हैं. इसके साथ ही सिनेमाघरों में 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म के मद्देनजर भी कानून व्यवस्था बनाए रखना काफी जरूरी (The Kashmir files is one of the reason of imposing section 144 in Kota) है. भीड़ एकत्र होने, धरने, प्रदर्शन, सभा और जुलूस पर रोक लगाई है.
धारा 144 के तहत जिले की सीमा में कहीं भी 5 या 5 से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होंगे. जिले में सोशल मीडिया के जरिए लोक शांति भंग करने वाले मैसेज नहीं भेजे जा सकेंगे. संस्था, समुदाय या जनसमूह सांप्रदायिक, आपत्तिजनक और उत्तेजक नारे नहीं लगाएगा. ऐसा करने वालों को लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
प्रहलाद गुंजल ने बोला गहलोत सरकार पर जुबानी हमला : दूसरी तरफ पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के निर्देश पर कोटा उत्तर की भाजपा महिला कार्यकर्ता उम्मेद क्लब से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकालेंगे. जिसे चंडी मार्च नाम दिया गया है. इसमें बताया गया है कि अजमेर की विधायक और पूर्व मंत्री अनिता भदेल, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा और कोटा की पूर्व महापौर सुमन संगी भी मौजूद रहेंगी. इसको लेकर भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने नाराजगी जताई है.
उन्होंने बयान जारी करते हुए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर हमला बोला है. उनका कहना है कि यह कार्यक्रम दुष्कर्म पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के दिए बयान के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन है. गुंजल ने सरकार पर हमला बोलते हुए सवाल खड़े किए हैं और कहा कि आखिर कार्यक्रम से एक दिन पहले ही ये धारा 144 क्यों लगाई जाती है. इससे पूर्व में भी तीन बार ऐसा हो चुका है. प्रशासनिक अधिकारियों पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के दबाव में ही इस तरह का कृत्य किया जा रहा है, लेकिन उनका प्रदर्शन हर हाल में निकलेगा. इस तरह की धाराओं से भी नहीं डरते हैं.
धारा 144 के जरिए गहलोत सरकार करना चाहती है द कश्मीर फाइल्स फिल्म प्रतिबंधित : कश्मीरी पंडितों पर आधारित फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर अब एक नया सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया है. कोटा कलेक्टर ने एक आदेश निकाल कर जिले में धारा 144 लगाने का फैसला लिया है, लेकिन आदेश में इसके पीछे फिल्म द कश्मीर फाइल्स का उल्लेख किया गया है. जिसके बाद भाजपा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने इस मामले में एक बयान जारी कर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए और यह भी कहा कि अब तक के इतिहास में इस तरह का आदेश नहीं देखा, जिसमें धार्मिक त्योहारों आदि पर सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का हवाला देकर धारा 144 लगा दी गई हो और उसमें भी द कश्मीर फाइल्स फिल्म का हवाला दिया गया है. शर्मा ने कहा कि क्या सरकार 144 धारा के जरिए इस फिल्म को प्रतिबंधित करने की तैयारी कर रही है या फिर कोटा जिले के बाहर अन्य जिलों में तीज त्यौहार नहीं बनाए जाते.
शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार कोई यह भी साफ कर देना चाहिए कि क्या सिनेमाघरों में एक साथ कई लोग यह फिल्म देखते हैं तो क्या उन्हें भी धारा 144 के जरिए रोका जाएगा. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इस फिल्म के जरिए सालों से रवि कश्मीरी पंडितों की व्यथा जब सामने आई तो देश इन पंडित परिवारों के समर्थन में एकजुट होने लगा. लेकिन अब कोटा जिला कलेक्टर का यह आदेश अपने आप में कई सवाल खड़े करने वाला हैं.