कोटा. नेशनल मेडिकल कमीशन(NMC) ने नीट यूजी 2022 काउंसलिंग के मद्देनजर मेडिकल संस्थानों की एमबीबीएस व बीडीएस सीटों के रिन्यूअल से संबंधित बड़ा निर्णय लिया (Seat renewal permission to medical institutes) है. एनएमसी ने हाल ही में जारी किए नोटिफिकेशन में साफ किया गया है कि कई मेडिकल संस्थानों की प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ सीट रिन्यूअल प्रक्रिया पूरी की जानी शेष है. इस नोटिफिकेशन में बताया गया है कि नीट यूजी 2022 के परिणाम के बाद सितंबर व अक्टूबर में मेडिकल काउंसलिंग शुरू होगी.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने पहले से ही घोषणा की हुई है कि नीट यूजी 2022 का परिणाम 7 सितंबर को जारी कर दिया जाएगा. इसके बाद काउंसलिंग होनी है. ऐसी स्थिति में समय अभाव के चलते ऐसे सभी संबंधित मेडिकल संस्थानों को आगामी शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए सीट रिन्यूअल की परमिशन प्रदान की जाती है. इसके लिए जारी किए गए नोटिफिकेशन में यह भी साफ किया गया है कि मेडिकल संस्थानों के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए सरप्राइस इंस्पेक्शन की प्रक्रिया अपनाई जानी है. सरप्राइज इंस्पेक्शन की रिपोर्ट के आधार पर ही सीट रिन्यूअल पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. हालांकि यह सरप्राइस इंस्पेक्शन काउंसलिंग के बाद मेडिकल सीट पर प्रवेश मिल जाने के बाद होगा.
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यूक्रेन के एमबीबीएस स्टूडेंट्स के मोबिलिटी प्रोग्राम को कमीशन की हरी झंडीः शर्मा ने बताया कि यूक्रेन के मेडिकल संस्थानों में एमबीबीएस कोर्स में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए स्टूडेंट मोबिलिटी प्रोग्राम को नेशनल मेडिकल कमिशन ने हरी झंडी दे दी है. स्टूडेंट मोबिलिटी प्रोग्राम के तहत यूक्रेन के मेडिकल संस्थानों में अध्यनरत विद्यार्थी जिनकी पढ़ाई रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते प्रभावित हो रही है, वे अन्य देशों के मेडिकल संस्थानों से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे. स्टूडेंट मोबिलिटी प्रोग्राम के तहत किसी अन्य देश से एमबीबीएस पूरी करने वाले विद्यार्थी को डिग्री उसके मूल संस्थान (यूक्रेन) से ही प्रदान की जाएगी. इन विद्यार्थियों के लिए फॉरेन मेडिकल एजुकेशन (FME) से संबंधित सभी नियम पहले जैसे ही रहेंगे.