कोटा. बूंदी जिले के दबलाना तहसील में एक सरकारी स्कूल में छात्रा चक्कर आने से बेहोश हो गई. जब परिजन छात्रा को अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. परिवार वालों का आरोप है कि स्कूल के टीचरों ने समय रहते छात्रा को अस्पताल में भर्ती करवाया होता तो उसकी जान बच सकती थी. मृतक छात्रा प्रमिला शादीशुदा थी.
क्या है पूरा मामला
मृतक बालिका के ससुर ने बताया कि सुबह प्रमिला स्कूल गई थी. उसके बाद स्कूल से टीचर का फोन आया. उन्होंने बताया कि प्रमिला बेहोश हो गई है. जिसके बाद परिजन स्कूल पहुंचे और प्रमिला को बूंदी जिला अस्पताल लेकर आए. जहां से डॉक्टरों ने उसे कोटा के एमबीएस अस्पताल रेफर कर दिया. एमबीएस अस्पताल में डॉक्टरों ने लड़की को मृत घोषित कर दिया.
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क्या है परिवार वालों का आरोप
परिवार वालों का कहना है कि प्रमिला चक्कर आने से बेहोश हो गई. उसके बाद अगर स्कूल के टीचर तुरंत उसको बूंदी अस्पताल लेकर आते तो उसकी जान बचाई जा सकती थी. परिजनों को कहना है कि बेहोश प्रमिला एक घंटे तक स्कूल में ही पड़ी रही. लेकिन स्कूल वाले उसे डॉक्टर के पास लेकर नहीं गए. छात्रा की मौत किन कारणों से हुई है अभी पता नहीं चल पाया है.