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गठबंधन छोड़ने का फैसला बेनीवाल को लेना है बीजेपी को नहीं: पूनिया

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया शुक्रवार को कोटा पहुंचे. जहां उन्होंने आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन छोड़ने के विषय पर बयान दिया. पूनिया ने कहा कि, एनडीए गठबंधन छोड़ने का फैसला बेनीवाल को लेना है ना की भाजपा को. ऐसे में वे तय कर ले उन्हें क्या करना है.

सतीश पूनिया कोटा पहुंचे, satish pooniya reached kota
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया
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Published : Oct 10, 2020, 12:01 PM IST

कोटा. आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन को छोड़ने की बात कह दी है. उन्होंने कहा था कि जितना समय इसे जोड़ने में लगा है, वह 1 मिनट में गठबंधन को छोड़ देंगे. इस मुद्दे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए हनुमान बेनीवाल को जवाब दिया.

बेनीवाल के गठबंधन छोड़ने पर सतीश पूनिया का बयान

पूनिया ने कहा कि एनडीए गठबंधन छोड़ने का फैसला बेनीवाल को लेना है ना की भाजपा को. ऐसे में वे तय कर ले उन्हें क्या करना है. साथ ही वसुंधरा गहलोत गठजोड़ के बयान पर भी उन्होंने कह दिया कि इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. हालांकि इस मुद्दे पर सतीश पूनिया ने कहा कि आरएलपी पार्टी और उनके नेताओं पर बीजेपी का संविधान लागू नहीं होता है.

पढ़ेंः स्टेट GST टीम ने ओसवाल ग्रुप के 6 ठिकानों पर मारा छापा, करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी उजागर होने की संभावना

हालांकि जब ईटीवी भारत ने यह सवाल पूछा कि बीजेपी इसका विरोध नहीं करती है तो वह लगातार सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ बयानबाजी करते हैं. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हमारे पार्टी का संविधान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी आरएलपी पर लागू नहीं होता है. बता दें कि सतीश पूनिया शुक्ररवार को ही कोटा पहुंच गए थे. इसके बाद उन्होंने कोटा जिले की कोर कमेटी की मीटिंग ली. जिसमें कोटा के तीनों विधायक मदन दिलावर, संदीप शर्मा और कल्पना देवी मौजूद रही. इसके अलावा भाजपा की जिला कार्यकारिणी के सदस्य भी शामिल हुए.

पढ़ेंः पंचायत चुनाव 2020: चौथे चरण का मतदान आज, सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त के बीच चुनी जाएगी गांव की सरकार

बता दें कि हनुमान बेनीवाल ने शुक्रवार को कोटा में ही बयान दिया था कि बीते दिनों गहलोत सरकार जब गिर रही थी तो मैं सचिन पायलट के साथ था. वहीं, वसुंधरा राजे सिंधिया ने 20 एमएलए देने का वादा किया था, लेकिन उन विधायकों के नहीं आने के चलते ही गहलोत की सरकार बच गई.

कोटा. आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन को छोड़ने की बात कह दी है. उन्होंने कहा था कि जितना समय इसे जोड़ने में लगा है, वह 1 मिनट में गठबंधन को छोड़ देंगे. इस मुद्दे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए हनुमान बेनीवाल को जवाब दिया.

बेनीवाल के गठबंधन छोड़ने पर सतीश पूनिया का बयान

पूनिया ने कहा कि एनडीए गठबंधन छोड़ने का फैसला बेनीवाल को लेना है ना की भाजपा को. ऐसे में वे तय कर ले उन्हें क्या करना है. साथ ही वसुंधरा गहलोत गठजोड़ के बयान पर भी उन्होंने कह दिया कि इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. हालांकि इस मुद्दे पर सतीश पूनिया ने कहा कि आरएलपी पार्टी और उनके नेताओं पर बीजेपी का संविधान लागू नहीं होता है.

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हालांकि जब ईटीवी भारत ने यह सवाल पूछा कि बीजेपी इसका विरोध नहीं करती है तो वह लगातार सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ बयानबाजी करते हैं. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हमारे पार्टी का संविधान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी आरएलपी पर लागू नहीं होता है. बता दें कि सतीश पूनिया शुक्ररवार को ही कोटा पहुंच गए थे. इसके बाद उन्होंने कोटा जिले की कोर कमेटी की मीटिंग ली. जिसमें कोटा के तीनों विधायक मदन दिलावर, संदीप शर्मा और कल्पना देवी मौजूद रही. इसके अलावा भाजपा की जिला कार्यकारिणी के सदस्य भी शामिल हुए.

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बता दें कि हनुमान बेनीवाल ने शुक्रवार को कोटा में ही बयान दिया था कि बीते दिनों गहलोत सरकार जब गिर रही थी तो मैं सचिन पायलट के साथ था. वहीं, वसुंधरा राजे सिंधिया ने 20 एमएलए देने का वादा किया था, लेकिन उन विधायकों के नहीं आने के चलते ही गहलोत की सरकार बच गई.

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