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Reality Check: महामारी में भी लापरवाही, कोटा में संक्रमित घरों का बाहर से ही सैनिटाइजेशन

कोटा में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने कोरोना संक्रमित मरीजों व उनके आसपास जाकर सैनिटाइजेशन के कार्य का जायजा लिया तो नजर आया की जिन इलाकों में भी सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. केवल घरों पर बाहर ही खानापूर्ति की जा रही है.

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महामारी में भी लापरवाही
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Published : Jul 21, 2020, 8:57 PM IST

कोटा. कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से सैनिटाइज करने के निर्देश सरकार ने जारी किए हुए हैं. यह जिम्मा जिला प्रशासन ने नगर निगम को सौंपा हुआ है. हालांकि इसमें कई जगह पर लापरवाही देखने को आ रही है.

ईटीवी भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों और उनके आसपास जाकर सैनिटाइजेशन का जायजा लिया, तो हकीकत सामने आई कि कई जगह पर तो कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के घर पर भी नहीं पहुंच रहे हैं. साथ ही जिन इलाकों में भी सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. केवल घरों पर बाहर ही खानापूर्ति की जा रही है.

महामारी में भी लापरवाही

खुद बाजार से सॉल्यूशन लाकर किया सैनिटाइज

आदित्य आवास निवासी 16 वर्षीय एक किशोरी पॉजिटिव आई थी. उसके परिजनों का कहना है कि हमारे घर पर 2 दिन बाद भी कोई भी कोई भी व्यक्ति सैनिटाइजेशन करने नहीं पहुंचा है. ऐसे में भी खुद ही बाजार से सॉल्यूशन लेकर आए और अपने पूरे घर को सैनिटाइज किया है. जबकि, उनका कहना है कि एक परिचित तलवंडी में पॉजिटिव आए थे, और उनके पूरे घर को सैनिटाइज कर कर गए थे.

सरस्वती कॉलोनी निवासी युवक का कहना है कि 3 दिन पहले उनके पड़ोस में कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति हुआ है. पहले दिन सैनिटाइजेशन सड़कों पर किया गया. उसके बाद कोई भी टीम नहीं आई है. हमने टीम से घरों पर भी सैनिटाइज करने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.

पढ़ें- कोटा में कोरोना के 7 नए पॉजिटिव केस, आंकड़ा पहुंचा 1061...वृद्ध की मौत

पॉजिटिव मरीज के भी घर पर नहीं किया

बारां रोड निवासी सरिता छाबड़ा का कहना है कि उनके 4 मकान छोड़कर एक व्यक्ति पॉजिटिव मिला है. उस पॉजिटिव व्यक्ति के घर पर भी किसी तरह की कोई सैनिटाइज नहीं किया गया है. केवल खानापूर्ति करते हुए नगर निगम का कार्मिक चले जाते हैं. हमारे घर पर तो कोई बात नहीं नहीं किया, लेकिन जो व्यक्ति पॉजिटिव है. उसके तो घर में अंदर जाकर सैनिटाइज करना चाहिए था.

थानाधिकारी को भी करनी पड़ी शिकायत

भीमगंज मंडी थानाधिकारी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने इस संबंध में बाकायदा मॉनिटरिंग के लिए बने हुए सोशल मीडिया ग्रुप पर भी उच्चाधिकारियों को शिकायत की है. उन्होंने कहा कि भीमगंजमंडी थाना इलाके में 5 जगह पर कर्फ्यू लगा हुआ है. किसी भी जगह पर सैनिटाइजेशन करने टीम नहीं पहुंची है. इसी तरह से उद्योग नगर थाना इलाके में भी प्रेम नगर सेकंड केरियर पॉइंट टाउनशिप एरिया और बॉम्बे योजना क्षेत्र में पॉजिटिव मरीज आने के बावजूद सैनिटाइज करने नगर निगम की टीम नहीं पहुंची.

पढ़ें- कोटा : एंबुलेंस कर्मचारियों ने की हड़ताल, रुका कोरोना संक्रमित वृद्धा का अंतिम संस्कार

80 छोटी और 3 बड़ी मशीनों से सैनिटाइजेशन का दावा

नगर निगम कोटा दक्षिण की आयुक्त कीर्ति राठौड़ का कहना है कि स्थिति में पूरे शहर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज आने के बाद सैनिटाइज करने के लिए 80 मशीनें खरीदी हुई हैं. इसके अलावा ट्रैक्टर माउंटेन, ऑटो जेटींग मशीन और मिनी फायर ब्रिगेड के जरिए सैनिटाइजेशन का काम करवाया जा रहा है. शहर को 15 सेक्टर में बांटा हुआ है, हर सेक्टर ऑफिस में 4 से 5 मशीनें मौजूद हैं. इन सभी लोगों को सॉल्यूशन भी टाइम पर उपलब्ध करवा दिया जाता है.

मरीज बढ़ गए हैं, इसके चलते आ रही समस्या

आयुक्त राठौड़ का कहना है कि पहले एक ही एरिया से मरीज आ रहे थे. अब अलग-अलग एरिया से मरीज सामने आने लगे हैं. इसके चलते समय भी सैनिटाइजेशन में लगे कार्मिकों को लगता है. घरों में सैनिटाइजेशन करने की बात पर उन्होंने कहा कि घर के बाहर जहां भी वायरस होने के चांस होते हैं, वहीं निगम कार्मिक सैनिटाइज कर रहे हैं.

17 टीमें मेडिकल स्टाफ के साथ कार्यरत

आयुक्त कीर्ति राठौड़ ने यह भी दावा किया कि सैंपल कलेक्शन के लिए जाने वाली टीम के साथ भी सैनिटाइजेशन करने के लिए एक-एक कार्मिक को लगाया हुआ है. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज और रेलवे स्टेशन पर भी नगर निगम नहीं अपने कार्मिक सैनिटाइजेशन के लिए भेजे हैं. ऐसे में करीब 17 कार्मिक और मशीनें मेडिकल टीम के साथ भेजी जाती है.

कोटा. कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से सैनिटाइज करने के निर्देश सरकार ने जारी किए हुए हैं. यह जिम्मा जिला प्रशासन ने नगर निगम को सौंपा हुआ है. हालांकि इसमें कई जगह पर लापरवाही देखने को आ रही है.

ईटीवी भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों और उनके आसपास जाकर सैनिटाइजेशन का जायजा लिया, तो हकीकत सामने आई कि कई जगह पर तो कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के घर पर भी नहीं पहुंच रहे हैं. साथ ही जिन इलाकों में भी सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. केवल घरों पर बाहर ही खानापूर्ति की जा रही है.

महामारी में भी लापरवाही

खुद बाजार से सॉल्यूशन लाकर किया सैनिटाइज

आदित्य आवास निवासी 16 वर्षीय एक किशोरी पॉजिटिव आई थी. उसके परिजनों का कहना है कि हमारे घर पर 2 दिन बाद भी कोई भी कोई भी व्यक्ति सैनिटाइजेशन करने नहीं पहुंचा है. ऐसे में भी खुद ही बाजार से सॉल्यूशन लेकर आए और अपने पूरे घर को सैनिटाइज किया है. जबकि, उनका कहना है कि एक परिचित तलवंडी में पॉजिटिव आए थे, और उनके पूरे घर को सैनिटाइज कर कर गए थे.

सरस्वती कॉलोनी निवासी युवक का कहना है कि 3 दिन पहले उनके पड़ोस में कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति हुआ है. पहले दिन सैनिटाइजेशन सड़कों पर किया गया. उसके बाद कोई भी टीम नहीं आई है. हमने टीम से घरों पर भी सैनिटाइज करने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.

पढ़ें- कोटा में कोरोना के 7 नए पॉजिटिव केस, आंकड़ा पहुंचा 1061...वृद्ध की मौत

पॉजिटिव मरीज के भी घर पर नहीं किया

बारां रोड निवासी सरिता छाबड़ा का कहना है कि उनके 4 मकान छोड़कर एक व्यक्ति पॉजिटिव मिला है. उस पॉजिटिव व्यक्ति के घर पर भी किसी तरह की कोई सैनिटाइज नहीं किया गया है. केवल खानापूर्ति करते हुए नगर निगम का कार्मिक चले जाते हैं. हमारे घर पर तो कोई बात नहीं नहीं किया, लेकिन जो व्यक्ति पॉजिटिव है. उसके तो घर में अंदर जाकर सैनिटाइज करना चाहिए था.

थानाधिकारी को भी करनी पड़ी शिकायत

भीमगंज मंडी थानाधिकारी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने इस संबंध में बाकायदा मॉनिटरिंग के लिए बने हुए सोशल मीडिया ग्रुप पर भी उच्चाधिकारियों को शिकायत की है. उन्होंने कहा कि भीमगंजमंडी थाना इलाके में 5 जगह पर कर्फ्यू लगा हुआ है. किसी भी जगह पर सैनिटाइजेशन करने टीम नहीं पहुंची है. इसी तरह से उद्योग नगर थाना इलाके में भी प्रेम नगर सेकंड केरियर पॉइंट टाउनशिप एरिया और बॉम्बे योजना क्षेत्र में पॉजिटिव मरीज आने के बावजूद सैनिटाइज करने नगर निगम की टीम नहीं पहुंची.

पढ़ें- कोटा : एंबुलेंस कर्मचारियों ने की हड़ताल, रुका कोरोना संक्रमित वृद्धा का अंतिम संस्कार

80 छोटी और 3 बड़ी मशीनों से सैनिटाइजेशन का दावा

नगर निगम कोटा दक्षिण की आयुक्त कीर्ति राठौड़ का कहना है कि स्थिति में पूरे शहर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज आने के बाद सैनिटाइज करने के लिए 80 मशीनें खरीदी हुई हैं. इसके अलावा ट्रैक्टर माउंटेन, ऑटो जेटींग मशीन और मिनी फायर ब्रिगेड के जरिए सैनिटाइजेशन का काम करवाया जा रहा है. शहर को 15 सेक्टर में बांटा हुआ है, हर सेक्टर ऑफिस में 4 से 5 मशीनें मौजूद हैं. इन सभी लोगों को सॉल्यूशन भी टाइम पर उपलब्ध करवा दिया जाता है.

मरीज बढ़ गए हैं, इसके चलते आ रही समस्या

आयुक्त राठौड़ का कहना है कि पहले एक ही एरिया से मरीज आ रहे थे. अब अलग-अलग एरिया से मरीज सामने आने लगे हैं. इसके चलते समय भी सैनिटाइजेशन में लगे कार्मिकों को लगता है. घरों में सैनिटाइजेशन करने की बात पर उन्होंने कहा कि घर के बाहर जहां भी वायरस होने के चांस होते हैं, वहीं निगम कार्मिक सैनिटाइज कर रहे हैं.

17 टीमें मेडिकल स्टाफ के साथ कार्यरत

आयुक्त कीर्ति राठौड़ ने यह भी दावा किया कि सैंपल कलेक्शन के लिए जाने वाली टीम के साथ भी सैनिटाइजेशन करने के लिए एक-एक कार्मिक को लगाया हुआ है. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज और रेलवे स्टेशन पर भी नगर निगम नहीं अपने कार्मिक सैनिटाइजेशन के लिए भेजे हैं. ऐसे में करीब 17 कार्मिक और मशीनें मेडिकल टीम के साथ भेजी जाती है.

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