कोटा. पूर्व भाजपा के विधायक भवानी सिंह राजावत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के खिलाफ मुखर होते हुए बयान जारी किया है. पूर्व विधायक राजावत ने सलमान खुर्शीद की पुस्तक पर चल रहे विवाद पर बयान देते हुए नसीहत दी है कि अगर हिंदुत्व से उन्हें डर लगता है तो वह अफगानिस्तान या पाकिस्तान चले जाएं.
भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व भाजपा विधायक भवानी सिंह राजावत मुखर बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं. कई बार वे विवादित बयान भी दे देते हैं. अब ऐसा ही बयान उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद को लेकर भी जारी किया है. उन्होंने कहा है कि हिंदुत्व से यदि सलमान खुर्शीद को भय लग रहा है तो वे अफगानिस्तान या पाकिस्तान चले जाएं. पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत ने यह भी कहा कि सलमान खुर्शीद अकेले नहीं बल्कि अपने साथ हिंदुत्व से भयभीत अन्य कांग्रेसी नेताओं को भी साथ ले जाएं.
राजावत ने कांग्रेस के अन्य नेताओं पर भी हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी, शशि थरूर, दिग्विजय सिंह जैसे दिग्गज कांग्रेस नेता भी खुर्शीद के इस अनर्गल प्रलाप का समर्थन कर रहे हैं. जनाधारहीन नेताओं ने यह हिंदू विरोधी बयान केवल अल्पसंख्यकों के वोटों की खातिर दिए हैं, क्योंकि आजादी के बाद से ही इनके बंधुवा वोट बैंक बने रहे अल्पसंख्यक भी अब इनका दामन छोड़ चुके हैं. इसलिए पूरे देश से साफ हुई कांग्रेस फिर से सत्ता में आने के लिए छटपटा रही है.
संविधान निर्माताओं की भूल से हिंदू राष्ट्र नहीं बना भारत
पूर्व विधायक राजावत ने कहा कि संविधान निर्माताओं की भूल थी कि विभाजन के बाद पाकिस्तान जब इस्लामिक राष्ट्र बन गया तो इसी दौरान भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए था. लेकिन भारत को एक धर्मनिरपेक्ष देश बना दिया गया. फिर भी यह निर्विवाद सत्य है कि भारत ही दुनिया का एकमात्र देश है, जहां सभी धर्मों के लोग सुरक्षित हैं और फलफूल रहे हैं. पाकिस्तान बनने के बाद से ही लगातार भारत आतंक की आग में झुलसता रहा है.
पाक समर्थित आतंकियों ने भारत की अस्मिता को चोट पहुंचाई है, यहां तक कि वे लोकतंत्र के मंदिर संसद पर भी हमला करने से नहीं चूके थे. राजावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर आतंकवादियों की कमर तोड़ दी, नहीं तो मनमोहन सिंह के जमाने में आतंकी हमारे 3 सैनिकों के सिर काटकर ले गए थे और हम मूकदर्शक बने रहे.