इटावा (कोटा). इटावा उपखंड क्षेत्र के कैथूदा गांव में चंबल नदी की झरेर पुलिया पर फिसलन होने के कारण एक बस नदी में गिरते-गिरते बची. बस चालक ने समय रहते सूझबूझ दिखाई और बस को गिरने से बचा लिया. बताया जा रहा है कि पुलिया पर मिट्टी डलवाकर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने आवागमन शुरू करवाया था. मंगलवार की रात बारिश से फिसलन हो गई.
बता दें कि बारां से दिल्ली जा रही इस बस में करीब 30-35 यात्री सवार थे. कच्ची पुलिया पर फिसलन होने के कारण बस फिसलते-फिसलते बची. जानकारी के अनुसार चंबल नदी की झरेर पुलिया पिछले साल बाढ़ में बह गई थी. जिसके बाद इस मार्ग पर आवागमन शुरू करने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग ने पुलिया पर मिट्टी डलवाकर वाहनों का आवागमन शुरू करवाया था, लेकिन बीती रात में जोरदार बारिश के कारण मिट्टी में फिसलन हो गई. जिस कारण बारां से दिल्ली जा रही रोडवेज बस फिसलने लगी.
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चंबल नदी पर रोडवेज बस के नदी में गिरते-गिरते बचाने में कहीं न कहीं चालक की सूझबूझ काम आई है. दूसरी तरफ सार्वजनिक निर्माण विभाग की घोर लापरवाही के चलते इस पुलिया पर मेज नदी जैसा हादसा होते-होते टल गया वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी.