कोटा. शहर के तीनों बड़े अस्पताल एमबीएस, जेकेलोन और मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करीब 360 सीनियर रेजिडेंट और रेजिडेंट डॉक्टर कार्यरत है. जिन्होंने मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर दिया. वहीं अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने से घंटों लाइनों में लगे रहने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
रेजिडेंट डॉक्टरों ने सरकार से मांग करते हुए बताया कि जो फीस बढ़ी हुई है उसको कम किया जाए. रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि यूजी और पीजी की जो फीस व्रद्धि कर रखी है उसको कम किया जाए क्योंकि इसमें गरीब तबके के छात्र भी पढ़ रहे हैं. इतनी फीस बढ़ने से वह डॉक्टर नहीं बन सकते. साथ ही उनका कहना है कि यह आंदोलन हमारा अकेले का नही है यह जनता से जुड़ा हुआ आन्दोलन है. जनता से हमें पूरा-पूरा सहयोग मिल रहा है.
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मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के चलते सीनियर डॉक्टरों को विभाग में लगाया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ फर्क तो पड़ता है लेकिन इसकी व्यवस्थाएं कर ली गई है. सात ही रेजिडेंट्स डॉक्टरों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरी नहीं करेगी तब तक हमारा यह आंदोलन जारी रहेगा.