कोटा. उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा में फंसे हुए कोचिंग छात्रों को निकालने के लिए 250 बसें भेजी है. जिसमें से झांसी से आई हुई 100 बसें वापस बच्चों को लेकर रवाना हो गई है. इसी तरह आगरा से आई हुई बसें शनिवार सुबह से लेकर शाम तक बच्चों को लेकर लगातार ले जा रही है. कोटा जिला प्रशासन का कहना है कि अगर यूपी के बच्चे रह जाते हैं और बसें पूरी भर जाती है, तो भी वह राजस्थान से अपनी बसों को यूपी भेजेंगे.
प्रशासन का कहना है कि बसों में पूरी सोशल डिस्टेंसिंग रखकर छात्रों को भेजना है. ऐसे में 70 सीटों की बसों में महज 30 छात्रों को ही बैठाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश से आई हुई 250 बसों में 7500 स्टूडेंट बैठ पाएंगे, लेकिन छात्रों की संख्या कोटा में ज्यादा है. जिनकी पूर्ति के लिए राजस्थान रोडवेज की बसें भी भेजी जा सकती है. शुक्रवार देर रात तक बसों को वापस भेजने का क्रम जारी था.
बता दें कि शनिवार सुबह तक झांसी से आई हुई 200 बसों में 3150 विद्यार्थी वापस लौट चुके थे, जबकि शनिवार शाम तक 190 बसें उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के लिए वापस जा चुकी है. इनमें करीब 6 हजार कोचिंग छात्र वापस लौट चुके हैं. वापस लौट रहे कोचिंग छात्र काफी खुश नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि वह एपिडेमिक सिचुएशन में कोटा में थे. यहां पर सुरक्षित जरूर थे, लेकिन उनका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था. दूसरी तरफ उनके पेरेंट्स भी उनके चिंता कर रहे थे और उन्हें बार-बार वापस आने के लिए फोर्स कर रहे थे.
कोटा शहर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर आरडी मीणा का कहना है कि यूपी से करीब 252 बसें आई है. इसके अलावा छात्रों की संख्या ज्यादा होने के चलते 40 बसें अतिरिक्त कोटा की भी लगाई है. ऐसे में जरूरत पड़ेगी तो उन बसों का भी उपयोग किया जाएगा.
अपना पूरा सामान लेकर जा रहे हैं छात्र
कोचिंग करने के लिए कोटा आए हुए उत्तर प्रदेश के छात्र जो यहां पर अपने आप को फंसा महसूस कर रहे थे, वह बसों से जा तो रहे हैं लेकिन अपने पीजी के पूरे रूम या हॉस्टल को खाली करके जा रहे हैं. ऐसे में इन कोचिंग छात्रों के पास बड़ी संख्या में सामान हो गया है.