कोटा. हाड़ौती संभाग के संवाद कार्यक्रम में भाग लेने आए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इसी महीने 5 दिन के पहले पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूरी कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने राजनीतिक नियुक्तियों की बात करते हुए कहा कि जनवरी महीने में यह गठन कर दिया जाएगा. हालांकि जब उनसे मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इस बारे में अभी जवाब नहीं दे पाएंगे.
कोटा संभाग के संवाद कार्यक्रम में नेताओं ने किन मुद्दों को उठाया, इस पर बोलते हुए अजय माकन ने कहा कि किसी भी तरह का कोई विरोध या नाराजगी कार्यकर्ताओं ने नहीं जताई. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने संगठन को ज्यादा तवज्जो देने की बात की है, उसी पर काम किया जा रहा है. संगठन से ही सत्ता मिलती है, न की सत्ता से संगठन को बनाया जा सकता है. इसलिए सबसे महत्वपूर्ण संगठन होता है. माकन ने कहा कि नेताओं ने जनप्रतिनिधियों के बारे में फीडबैक दिया है कि उन्हें तवज्जो नहीं दी जाती है. ऐसे में अब संगठन को ज्यादा तवज्जो मिले, इसके लिए आगे बढ़ रहे हैं.
दुर्भाग्यवश नहीं था हमारा संगठन
पंचायत राज चुनाव में अपेक्षा अनुरूप परिणाम नहीं आने के सवाल पर माकन ने जवाब दिया कि हम उस पर चर्चा कर रहे हैं और किस तरह से संगठन को खड़ा किया जाए, इस बारे में बात की जा रही है. दुर्भाग्यवश हमारा संगठन नहीं था. यह सबको पता है क्यों नहीं था, इसीलिए सबसे पहले हम संगठन को खड़ा करने में जुटे हुए हैं.
सचिन के फार्मूले पर बोले माकन - कौन तेंदुलकर !
पत्रकार के सचिन के फार्मूले पर सवाल पूछने पर माकन ने चुटकी लेते हुए कहा कि कौन तेंदुलकर की बात कर रहे हैं, तब पत्रकार ने दोबारा पायलट का नाम लिया, तो उन्होंने कहा कि किसी का फार्मूला नहीं है. पार्टी एक है और मिलकर ही चलेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि पायलट समर्थकों का भी कोई ग्रुप नहीं है. हमें 125 विधायकों ने वोट किया है और सबको साथ लेकर चलेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि संगठन खड़ा करने के बाद हम लगातार बैठकें आयोजित करेंगे और कैंप किए जाएंगे, ताकि हमारे कार्यकर्ताओं को बेहतर तरीके से संभाला जा सके. उसके लिए अधिवेशन और ट्रेनिंग कैंप भी आयोजित किए जाएंगे.
माकन ने कोटा संभाग की बैठक के बारे में यह भी कहा कि जिस तरह से 2 संभागों में मीटिंग हुई हैं, वहां ऐसा कुछ भी ग्रुपिज्म नजर नहीं आया है. यहां पर एकजुटता ही नजर आई है. साथ ही जो भी कार्यकर्ता और नेता मीटिंग में आए थे, वह अनुशासन में थे. कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनसे सीधे बात नहीं हुई है. इस पर अजय माकन ने कहा कि एक-एक के साथ बातचीत करना संभव नहीं है. अगर किसी को भी समस्या है, तो वह मुझे पत्र लिख सकता है. साथ ही मुझसे मिल भी सकता है. इसमें कोई दूरी बनाने वाली बात नहीं है.
कृषि कानूनों पर बोले- सरकार के कॉर्पोरेट मित्रों को होगा फायदा
किसानों के मुद्दे पर अजय माकन ने कहा कि सरकार किसानों को सम्मान निधि की राशि देने की बात करती है, लेकिन देश के 6 करोड़ किसान ऐसे हैं. जिनको यह राशि ही नहीं मिलती है. साथ ही किसान कानूनों पर उन्होंने कहा कि सरकार आंख बंद करके बैठी हुई है, क्योंकि जो कॉर्पोरेट मित्र सरकार के हैं. उनको फायदा पहुंचाया जा रहा है. किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से खड़ी है. ऐसे में कांग्रेस के स्थापना दिवस 28 दिसंबर को किसानों के बीच में जाया जाएगा और किसानों की लड़ाई को कांग्रेस पार्टी बखूबी लड़ेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को महंगे दाम पर डीजल मिल रहा है. इसके अलावा खाद पर जीएसटी भी लगाया हुआ है. इससे हर किसान को 5 हजार रुपए सालाना का नुकसान हो रहा है.
कोटा को बताया दिल्ली से बेहतर
अजय माकन ने कहा कि कोटा में 2900 करोड़ रुपए के काम करवाए जा रहे हैं. कोटा दिल्ली से बेहतर मुझे लगा है. मैं इसलिए प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को धन्यवाद दूंगा. उन्होंने अपने शहर को अच्छी तरह से चमकाया है. मैं यह इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि मैं देश का पूर्व शहरी विकास मंत्री रहा हूं. इसलिए काफी अच्छे से शहर को विकसित किया गया है. दिल्ली के अंदर इतना काम नहीं हो रहा होगा, जितना काम कोटा में हो रहा है. वहां पर दो करोड़ की जनसंखया है, जबकि कोटा की पापुलेशन कम है, लेकिन उसकी तुलना में काफी ज्यादा रुपयों के काम यहां पर चल रहे हैं.