कोटा. कुंभ मेले में शाही स्नान को करीब एक महीना हो गया है. मेला परवान पर चढ़ने लगा है, लेकिन कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के चलते अब रेलवे ने भी इसके लिए सख्ती शुरू कर दी है. हरिद्वार में आयोजित कुंभ में जाने वाले रेल यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही इन सभी यात्रियों को इनके कोविड-19 की रिपोर्ट साथ रखने के निर्देश रेलवे ने जारी किए हैं, जो कि यात्रा शुरू करने के 72 घंटों के भीतर जारी हुई होनी चाहिए.
कोटा के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक का अजय कुमार पाल ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने एडवाइजरी जारी की थी. जिसमें 14 जनवरी से शुरू हुए कुंभ मेले में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को अब पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा. हालांकि यहां पर शाही स्नान 11 मार्च से शुरू हुआ था और मेला 27 अप्रैल तक चलेगा, ऐसे में हरिद्वार महाकुंभ की तीन वेबसाइट के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए यात्रियों को निर्देशित किया है. हरिद्वार जाने वाले यात्रियों के लिए कोटा से नंदा देवी और बांद्रा हरिद्वार स्पेशल ट्रेन चल रही है. दोनों के यात्रियों पर पूरी निगरानी रखी जा रही है.
कोटा जंक्शन पर लगातार ले रहे नमूने
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बाहर से आने वाले यात्रियों को चिन्हित कर उनके नमूने लेने का कार्य भी रेलवे स्टेशन पर किया जा रहा है. यह लंबे समय से जारी है. यहां पर चिकित्सा विभाग की टीम मौजूद रहती हैं और कोविड-19 के लक्षण दिखने या फिर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के चिन्हित करते हुए नमूने लिए जाते हैं. महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से आने वाले यात्रियों पर ज्यादा नजर रखी जा रही है, क्योंकि यहां पर संक्रमण ज्यादा है.
मध्य प्रदेश के लगती सीमा पर भी नाकेबंदी
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के चलते जो मध्य प्रदेश से राजस्थान में यात्री प्रवेश कर रहे हैं. उनकी भी सघन जांच की जा रही है. साथ ही उनसे कॉविड 19 की नेगेटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है. कोटा ग्रामीण पुलिस ने रामगंजमंडी और इटावा इलाके में सघन मॉनिटरिंग शुरू कर दी है. यह इलाके सीधे तौर पर मध्य प्रदेश से जुड़े हुए हैं. साथ ही कोटा शहर पुलिस ने भी कर्फ्यू की पालना करवाने के लिए देर रात को नाकेबंदी एक दर्जन जगह पर की है.