कोटा. वो कहते हैं न 'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय' ये कहावत शनिवार को उस समय सोलह आने सच साबित हुई, जब घर पर रोज होने वाली किचकिच से तंग आकर एक महिला ज्वाला तोप के नजदीक चंबल के दाईं मुख्य नहर में जिंदगी को खत्म करने के लिए कूद गई. तभी उधर से गुजर रहे एएसआई नारायण लाल की नजर महिला पर पड़ी. ऐसे में थोड़ी सी भी देर न करते हुए वे नहर में कूद गए और काफी मशक्कत के बाद महिला को सकुशल बाहर निकाल लिया.
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मामला कुछ यूं है कि बाइस वर्षीय महिला उद्योग नगर थाना इलाके की रहने वाली है और वह वल्लभबाड़ी में किसी के घर पर काम करती है. शनिवार को वह वल्लभबाड़ी में ही चिकित्सक को दिखाने के लिए रुक गई थी जिसके चलते वह देरी से अपने घर पहुंची थी. जब वह घर पहुंची, तो पति ने देरी से आने पर झगड़ा करना शुरू कर दिया, जिसके बाद उसने रोजाना की घरेलू कलह को खत्म करने की ठानी और इसके लिए खुद की जिंदगी को ही खत्म करने का रास्ता चुना.
इसके बाद आक्रोशित महिला नहर के पास पहुंची और जाकर कूद गई. तभी वहां से गुजर रहे रामपुरा कोतवाली के एएसआई नारायण लाल ने जान की परवाह किए बिना नहर में कूदकर अन्य लोगों की मदद से उसे बाहर निकाला. महिला सकुशल थी इसलिए उसे अस्पताल नहीं ले जाना पड़ा. बाद में पुलिस ने उसे उद्योग नगर थाना पुलिस को सूचना देते हुए उनके सुपुर्द कर दिया.