कोटा. कोरोना से बचाव के लिए जन अनुशासन पखवाड़ा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर पूरे प्रदेश में लागू है, लेकिन लगातार कोटा में कोविड-19 के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और अस्पताल पूरी तरह से हाउसफुल है.
इसी को देखते हुए जन अनुशासन सप्ताह में जिन भी दुकानों को छूट दी गई थी, उन्हें भी अब जिला कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए समय की पाबंदी लागू कर दी है. सभी आवश्यक दुकानों को खोलने की दोपहर 1 बजे तक की ही अनुमति दी गई है.
ऐसे में आज कोटा में 1 बजे ही किराना, सब्जी और दूध की दुकानें बंद हो गई है और इन लोगों को निर्देशित किया गया है कि वह 2 बजे तक अपने घर पहुंच जाएं. इसके बाद पूरी तरह से सड़कों पर सन्नाटा ही नजर आ रहा है. पुलिस भी सख्ती दिखाते हुए सड़क पर घूम रहे लोगों से पूछताछ कर रही है. केवल मेडिकल स्टोर और क्लीनिक को छूट दी गई है.
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नहीं घूमने दे रही बेवजह लोगों को
कोरोना से बचाव के जन अनुशासन पखवाड़े के तहत जब जिला कलेक्टर ने 1 बजे की सभी बाजारों को बंद करने के निर्देशित किए थे. उसके बाद पुलिस जीप ने सख्ती करते हुए शहर के बाजारों की किराना सब्जी और दूध की दुकानों को भी बंद करवा दिया. केवल मेडिकल स्टोर और क्लीनिक ही खुले रखे गए हैं. इसके अलावा सब कुछ बंद हो गया है. साथ ही बेवजह सड़क पर घूमने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. केवल उन्हीं लोगों को जाने आने दिया जा रहा है, जो अस्पताल या इमरजेंसी से जा रहे हैं. इसके अलावा जो लोग यात्रा करने के लिए जा रहे हैं या फिर यात्रा पर से लौट रहे हैं, उन्हीं को अनुमति है. अनावश्यक रूप से जो लोग सब्जी, दूध या किराने का बहाना लेकर सड़कों पर घूमते थे. उन्हें भी अब सड़क पर नहीं निकलने दिया जा रहा है.