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कोटाः फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए प्रयोगशाला सहायक की सीधी भर्ती में शामिल हुए दो युवक, पुलिस ने किया गिरफ्तार - fake experience certificate

नयापुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट तैयार करवाए थे. सर्टिफिकेट फर्जी पाए जाने पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था.

कोटा की खबर, kota news
धोखाधड़ी करने वाले दो युवक गिरफ्तार
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Published : Jun 9, 2021, 11:02 PM IST

कोटा. शहर के नयापुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट तैयार करवाए थे. जिसके जरिए उन्हें प्रयोगशाला सहायक की नौकरी मिल गई थी, लेकिन नियुक्ति अटकी हुई थी. क्योंकि इस मामले में शिकायत हो जाने के चलते जांच चल रही थी. बाद में यह सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए थे. जिनके चलते दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था.

पढ़ेंः सौम्या गुर्जर ने निलंबन को हाई कोर्ट में दी चुनौती, 10 जून को सुनवाई

मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही बीते 2 साल से यह दोनों आरोपी फरार चल रहे थे.जानकारी के अनुसार राज्य सरकार की तरफ से निकाली गई प्रयोगशाला सहायक सीधी भर्ती 2018 में अलवर के बानसूर निवासी संदीप कुमार यादव और आशीष कुमार भी अभ्यर्थी थे और इन दोनों का चयन भी हो गया था, लेकिन जब इनके कागजातों की जांच की गई तो उनमें फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र होना सामने आया था.

इसके लिए कमेटी भी बनाई गई थी. इसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर ने नयापुरा थाने में एक एफआईआर दर्ज करवाई थी. जिसमें इन दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी कर फर्जी कागजात तैयार करवाने की बात कही गई थी. इस मुकदमे को पुलिस ने दर्ज कर लिया था. साथ ही इसकी जांच की जा रही थी. उसमें सामने आया था कि डॉक्टर भूपेंद्र सिंह तंवर के पहले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी थे, उनके हस्ताक्षर से जारी हुए थे. हालांकि ये फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र निजी फर्म के जरिए जारी किए गए थे.

पढ़ेंः हारने के बाद खामोश थे मानवेंद्र सिंह...बाहर निकलते ही PM Modi को बनाया निशाना...जानें क्या कहा

जिसके बाद ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और उनके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने इन्हें जारी किया था. नयापुरा थाना अधिकारी भवानी सिंह चौहान ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी संदीप कुमार यादव और आशीष कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों से इस संबंध में पूछताछ की जा रही है.

कोटा. शहर के नयापुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट तैयार करवाए थे. जिसके जरिए उन्हें प्रयोगशाला सहायक की नौकरी मिल गई थी, लेकिन नियुक्ति अटकी हुई थी. क्योंकि इस मामले में शिकायत हो जाने के चलते जांच चल रही थी. बाद में यह सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए थे. जिनके चलते दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था.

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मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही बीते 2 साल से यह दोनों आरोपी फरार चल रहे थे.जानकारी के अनुसार राज्य सरकार की तरफ से निकाली गई प्रयोगशाला सहायक सीधी भर्ती 2018 में अलवर के बानसूर निवासी संदीप कुमार यादव और आशीष कुमार भी अभ्यर्थी थे और इन दोनों का चयन भी हो गया था, लेकिन जब इनके कागजातों की जांच की गई तो उनमें फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र होना सामने आया था.

इसके लिए कमेटी भी बनाई गई थी. इसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर ने नयापुरा थाने में एक एफआईआर दर्ज करवाई थी. जिसमें इन दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी कर फर्जी कागजात तैयार करवाने की बात कही गई थी. इस मुकदमे को पुलिस ने दर्ज कर लिया था. साथ ही इसकी जांच की जा रही थी. उसमें सामने आया था कि डॉक्टर भूपेंद्र सिंह तंवर के पहले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी थे, उनके हस्ताक्षर से जारी हुए थे. हालांकि ये फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र निजी फर्म के जरिए जारी किए गए थे.

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जिसके बाद ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और उनके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने इन्हें जारी किया था. नयापुरा थाना अधिकारी भवानी सिंह चौहान ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी संदीप कुमार यादव और आशीष कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों से इस संबंध में पूछताछ की जा रही है.

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