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विधवा महिला की हत्या का पर्दाफाश: CCTV की मदद से हत्यारों के घर पहुंची पुलिस, 2 गिरफ्तार

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Published : Feb 24, 2021, 7:27 PM IST

कोटा के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में एक विधवा महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जानिए क्या है पूरा मामला...

Widow woman killed in Kota,   Kota police action
विधवा महिला की हत्या का पर्दाफाश

कोटा. शहर के उद्योग नगर थाना इलाके में 9 फरवरी को हुई विधवा माया लश्करी की हत्या के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों में से एक युवक के महिला से लेनदेन से संबंधित है. इसको लेकर उनका झगड़ा हुआ और युवक ने अपने साथी के साथ ही मिलकर महिला की हत्या कर दी. बाद में दोनों मौके से फरार हो गए.

विधवा महिला की हत्या का पर्दाफाश

पढ़ें- कोटा में विधवा महिला की गला दबाकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन ने बताया कि माया की हत्या सुनील कोली और सुरेश कश्यप ने की थी, जिन्हें छावनी इलाके के मोती महाराज के मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों आरोपी यहीं पर निवास करते हैं, जबकि इनमें से एक मूलत: उत्तर प्रदेश के आगरा के अछनेरा का निवासी है. आरोपी अपने रूटीन लाइफ जी रहे थे. साथ ही शहर से बाहर भी ज्यादा नहीं गए, केवल एक बार सुनील अपने गांव जा कर आया और वापस आ गया. जिस तरह से उनका डेली का रूटीन था, उसको फॉलो कर रहे हैं, ताकि किसी भी व्यक्ति को शक नहीं हो.

महिला की हत्या के बाद पुलिस को कोई सुराग नहीं लग रहा था. ऐसे में उन्होंने संदिग्धों के सीसीटीवी फुटेज निकाल कर फोटो जारी किए थे, जिनके आधार पर तलाशी भी की गई. साथ ही उनके फोटो को प्रिंट करवा कर एरिया में वितरित भी किया गया था. साथ ही पुलिस आरोपियों के रूट को भी कैमरों के जरिए चेक कर रही थी. उसी के आधार पर पुलिस हत्यारों तक पहुंची है.

पढ़ें- बाड़मेर: रीट परीक्षा की तैयारी कर रही विवाहिता ने दहेज प्रताड़ना से परेशान होकर की आत्महत्या

पुलिस ने बताया कि सुनील जब महिला माया के घर पर गया तो उसका लेनदेन को लेकर विवाद हो गया. इस पर महिला ने कहा कि थाने में बंद कराने की धमकी दी, जिसके बाद झगड़ा बढ़ गया. बाद में हत्यारे सुनील ने महिला का गला हाथ और चुन्नी से दबा दिया. वहीं, उसके साथ पहली बार ही गए व्यक्ति सुरेश ने महिला के पैर पकड़े थे.

1 साल में संपर्क में आए 700 लोगों को खंगाला

पुलिस ने बीते 1 साल में महिला से फोन के जरिए संपर्क में रहने वाले लोगों की भी तलाश की गई. ऐसे करीब 700 लोगों का रिकॉर्ड सामने आया, जिनसे लगातार पुलिसकर्मी पूछताछ कर रहे थे. हालांकि, ये दोनों ही हत्यारे इन 700 लोगों की सूची में शामिल नहीं थे जबकि पुलिस ने इस पूरी वारदात का खुलासा सीसीटीवी कैमरे के जरिए बने रास्ते से ही किया है.

35 मिनट में दिया वारदात को अंजाम

पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला के यहां 9 फरवरी को 11:30 बजे सुबह आए थे. साथ ही वह दोपहर 12:05 पर इस पूरी घटना को अंजाम देकर वापस भी चले गए. यह पड़ोस के सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया. इसके अनुसार पूरी वारदात को इन आरोपियों ने 35 मिनट में ही अंजाम दिया है. साथ ही जाने के पहले दोनों आरोपियों ने पास के दूसरे कमरे में सामानों को बिखेर दिया और वहां पर रखे 10 हजार रुपए भी अपने साथ ले गए, ताकि यह वारदात लूट की तरह की लगे.

पढ़ें- बाड़मेर: चाकूबाजी में घायल हुए भाजपा शक्ति केंद्र के संयोजक जोधपुर रेफर, पुलिस ने दर्ज किया बयान

बाहर से लगा दिया था ताला

बता दें कि 9 फरवरी को माया की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. साथ ही हत्यारे घर से भाग खड़े हुए थे, जिनको आसपास का कोई भी व्यक्ति नहीं जानता था. जब माया के मुंह बोला भाई दीनदयाल जो उसके साथ ही घर पर रहता था, वह 5:00 बजे मजदूरी करके लौटा था तब माया बेसुध हालत में देखने पर पड़ोसियों को जानकारी दी. इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना देने के लिए कहा. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले का खुलासा हुआ. महिला का शव कमरे में पड़ा हुआ था, जिस कमरे के बाहर से ताला लगा हुआ था.

कोटा. शहर के उद्योग नगर थाना इलाके में 9 फरवरी को हुई विधवा माया लश्करी की हत्या के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों में से एक युवक के महिला से लेनदेन से संबंधित है. इसको लेकर उनका झगड़ा हुआ और युवक ने अपने साथी के साथ ही मिलकर महिला की हत्या कर दी. बाद में दोनों मौके से फरार हो गए.

विधवा महिला की हत्या का पर्दाफाश

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मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन ने बताया कि माया की हत्या सुनील कोली और सुरेश कश्यप ने की थी, जिन्हें छावनी इलाके के मोती महाराज के मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों आरोपी यहीं पर निवास करते हैं, जबकि इनमें से एक मूलत: उत्तर प्रदेश के आगरा के अछनेरा का निवासी है. आरोपी अपने रूटीन लाइफ जी रहे थे. साथ ही शहर से बाहर भी ज्यादा नहीं गए, केवल एक बार सुनील अपने गांव जा कर आया और वापस आ गया. जिस तरह से उनका डेली का रूटीन था, उसको फॉलो कर रहे हैं, ताकि किसी भी व्यक्ति को शक नहीं हो.

महिला की हत्या के बाद पुलिस को कोई सुराग नहीं लग रहा था. ऐसे में उन्होंने संदिग्धों के सीसीटीवी फुटेज निकाल कर फोटो जारी किए थे, जिनके आधार पर तलाशी भी की गई. साथ ही उनके फोटो को प्रिंट करवा कर एरिया में वितरित भी किया गया था. साथ ही पुलिस आरोपियों के रूट को भी कैमरों के जरिए चेक कर रही थी. उसी के आधार पर पुलिस हत्यारों तक पहुंची है.

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पुलिस ने बताया कि सुनील जब महिला माया के घर पर गया तो उसका लेनदेन को लेकर विवाद हो गया. इस पर महिला ने कहा कि थाने में बंद कराने की धमकी दी, जिसके बाद झगड़ा बढ़ गया. बाद में हत्यारे सुनील ने महिला का गला हाथ और चुन्नी से दबा दिया. वहीं, उसके साथ पहली बार ही गए व्यक्ति सुरेश ने महिला के पैर पकड़े थे.

1 साल में संपर्क में आए 700 लोगों को खंगाला

पुलिस ने बीते 1 साल में महिला से फोन के जरिए संपर्क में रहने वाले लोगों की भी तलाश की गई. ऐसे करीब 700 लोगों का रिकॉर्ड सामने आया, जिनसे लगातार पुलिसकर्मी पूछताछ कर रहे थे. हालांकि, ये दोनों ही हत्यारे इन 700 लोगों की सूची में शामिल नहीं थे जबकि पुलिस ने इस पूरी वारदात का खुलासा सीसीटीवी कैमरे के जरिए बने रास्ते से ही किया है.

35 मिनट में दिया वारदात को अंजाम

पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला के यहां 9 फरवरी को 11:30 बजे सुबह आए थे. साथ ही वह दोपहर 12:05 पर इस पूरी घटना को अंजाम देकर वापस भी चले गए. यह पड़ोस के सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया. इसके अनुसार पूरी वारदात को इन आरोपियों ने 35 मिनट में ही अंजाम दिया है. साथ ही जाने के पहले दोनों आरोपियों ने पास के दूसरे कमरे में सामानों को बिखेर दिया और वहां पर रखे 10 हजार रुपए भी अपने साथ ले गए, ताकि यह वारदात लूट की तरह की लगे.

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बाहर से लगा दिया था ताला

बता दें कि 9 फरवरी को माया की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. साथ ही हत्यारे घर से भाग खड़े हुए थे, जिनको आसपास का कोई भी व्यक्ति नहीं जानता था. जब माया के मुंह बोला भाई दीनदयाल जो उसके साथ ही घर पर रहता था, वह 5:00 बजे मजदूरी करके लौटा था तब माया बेसुध हालत में देखने पर पड़ोसियों को जानकारी दी. इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना देने के लिए कहा. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले का खुलासा हुआ. महिला का शव कमरे में पड़ा हुआ था, जिस कमरे के बाहर से ताला लगा हुआ था.

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