कोटा. जिले में बेरोजगारों ने ऊर्जा विभाग में तकनीकी हेल्पर की भर्ती की मांग को लेकर अपने घरों के बाहर प्रदर्शन किया. बेरोजगार तख्तियां लेकर अपने घरों के बाहर ही बैठ गए. दूसरी तरफ बोरखेड़ा के स्थानीय लोगों ने भी एरिया में चिकित्सालय खोलने की मांग उठाई हुई है. इसको लेकर बृहस्पतिवार को उन्होंने हस्ताक्षर अभियान छेड़ा हुआ था. जिसके तहत बोरखेड़ा के कई लोगों ने इसमें भाग लिया.
बोरखेड़ा के लोगों की मांग है कि बोरखेड़ा इलाके में एक बड़ा एरिया आता है, जहां पर चिकित्सा की सुविधाएं नहीं हैं. पूरे इलाके में ग्रामीण एरिया से आने वाले लोग भी काफी मात्रा में आकर बसे हैं. इसके अलावा एक नया कोचिंग एरिया कोरल पार्क भी विकसित हुआ है. यहां के सभी निवासियों को उपचार के लिए या तो एमबीएस अस्पताल जाना पड़ता है, या फिर निजी चिकित्सालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं.
केवल एक छोटी डिस्पेंसरी ही बोरखेड़ा इलाके में है, जबकि बड़े अस्पताल की दरकार है. इस मांग को उठाने वाले स्थानीय कुंदन चीता का कहना है कि बोरखेड़ा एक बड़ा इलाका है. यहां पर सेटेलाइट हॉस्पिटल खोला जाए. इसके लिए स्थानीय लोगों ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को भी पत्र भेजा है.
पढ़े: अनलॉक में रेलवे ने ट्रेनों के संचालन में की बढ़ोतरी, कोटा से शुरू होंगी 5 जोड़ी ट्रेनें
दूसरी तरफ, राजस्थान एकीकृत बेरोजगार महासंघ के बैनर तले बृहस्पतिवार को भी बेरोजगार युवाओं ने लगातार तीसरे दिन अभियान चलाया हुआ था. उनकी मांग है कि बजट घोषणा के अनुरूप ऊर्जा विभाग में 6000 तकनीकी हेल्प रूम की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी करने की मांग कर दी. इसको लेकर बेरोजगारों ने लगातार ट्वीट कोटा से किए हैं और वे घरों के बाहर तख्ती लेकर भी बैठे रहे.
पढ़ें: अस्पतालों में असुविधाओं को लेकर रामगंजमंडी में 3 दिव्यांगों ने दिया धरना, CM के नाम सौंपा ज्ञापन
उन्होंने ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री से मांग की है कि तुरंत भर्ती कराई जाए, ताकि वह सरकारी नौकरी उन्हें मिले. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के जिला अध्यक्ष मनोज धलवासिया का कहना है कि आईआईटी बेरोजगार युवकों ने इसके लिए मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजे हैं.