कोटा. देश के प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुअनंतपुरम (IIST) के संचालित इंजीनियरिंग अंडर ग्रेजुएट, बीटेक व डुअल डिग्री कोर्स के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 5 से 19 सितंबर तक किए जा सकते (Online registration in IIST from 5 September) हैं. IIST 20 सितंबर को एडमिशन रैंक लिस्ट जारी करेगा व 22 सितंबर से सीट अलॉटमेंट का शुरू होगा.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि IIST तिरुअनंतपुरम का फीस स्ट्रक्चर विशेष है. इस फीस स्ट्रक्चर में ट्यूशन फीस पारिवारिक आय पर निर्भर करती है. जिसमें जनरल/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के विद्यार्थियों की पारिवारिक आय 5 लाख से अधिक है, तो ट्यूशन फीस 62500 रुपए है. पारिवारिक आय 1 से 5 लाख के बीच है, तब ट्यूशन फीस 20850 रहेगी. आय एक लाख रुपए से कम है, तो संस्थान इस तरह के विद्यार्थियों से कोई ट्यूशन फीस नहीं लेता. एससी, एसटी व दिव्यांग कैटेगरी के विद्यार्थियों को ट्यूशन फीस से मुक्त रखा गया है.
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IIST तिरुअनंतपुरम से बीटेक/डुएल-डिग्री प्राप्त करने के बाद विद्यार्थियों को रिक्त पदों की संख्या के आधार पर इसरो में पदस्थापित किए जाने की भी व्यवस्था है. इसरो में पदस्थापन के लिए विद्यार्थी का बीटेक डिग्री/डुएल डिग्री में न्यूनतम 7.5 ग्रेड स्केल से उत्तीर्ण व विद्यार्थी का इसरो के हेल्थ व मेडिकल मापदंडों पर खरा उतरना भी आवश्यक है.
जेईई एडवांस्ड 2022 के विषयवार व एग्रीगेट अंकों के आधार पर: IIST तिरुअनंतपुरम में बीटेक के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग व इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की 75-75 सीटें हैं. जबकि डुएल डिग्री कोर्स में 24 सीटें उपलब्ध हैं. इन्हें मिलाकर संस्थान में इंजीनियरिंग की 174 सीटें हैं. इन पर प्रवेश पात्रता जेईई एडवांस्ड 2022 के अंकों के आधार पर निर्धारित है. सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों जेईई एडवांस्ड 2022 प्रवेश परीक्षा के फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथमेटिक्स प्रत्येक विषय में न्यूनतम 4 फीसदी व एग्रीगेट 16 फीसदी अंक होना आवश्यक है.
ओबीसी एनसीएल व ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए यह प्रतिशत 3.6 व एग्रीगेट 14.4 है. एससी, एसटी व पीडब्ल्यूडी विद्यार्थियों प्रतिशत 2 व 8 है. साल 2022 में जनरल/ईडब्ल्यूएस/ओबीसी एनसीएल कैटेगरी के विद्यार्थियों के लिए 12वीं बोर्ड के न्यूनतम 75 फीसदी अंक अनिवार्य हैं. एससी, एसटी व दिव्यांग कैटेगरी के विद्यार्थियों के लिए 12वीं बोर्ड में एग्रीगेट न्यूनतम 65 फीसदी अंक आवश्यक हैं.
दिल्ली की 6372 सीटों पर प्रवेश: देश के आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी के अलावा अन्य शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थान में विद्यार्थी प्रवेश के लिए इच्छुक रहते हैं. इन शीर्ष संस्थानों में दिल्ली टेक्नीकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू), नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसयूटी), ट्रिपलआईटी दिल्ली, आईजीटीयूडब्ल्यू व डीकेइयू संस्थान शामिल हैं.
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कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि दिल्ली के इन शीर्ष संस्थानों में जेईई मेन की एआईआर के आधार पर प्रवेश मिलता है. साथ ही इन संस्थानों में 85 प्रतिशत सीटें उन विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होती हैं, जिनकी 12वीं दिल्ली से है व शेष 15 प्रतिशत सीटें दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों से 12वीं पास करने वाले भारतीय विद्यार्थियों के लिए होती है. इन संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया 5 से 25 सितम्बर तक होगी. रजिस्ट्रेशन के दौरान रजिस्ट्रेशन फीस भरकर इन पाचों संस्थानों की ब्रांचों को अपनी प्रमुखता के घटते क्रम में भरकर उसे लॉक करना होगा.
प्रथम राउंड का सीट आवंटन 28 सितम्बर को किया जाएगा. पूरी काउन्सलिंग प्रक्रिया 4 राउंड में करवाई जा रही है. काउन्सलिंग में विद्यार्थियों को प्रत्येक राउंड के सीट आवंटन के बाद पुनः अपनी भरी हुई कॉलेज चॉइस को बदलने का विकल्प दिया जाएगा. चार राउंड में यह काउंसलिंग 28 अक्टूबर तक चलने वाली है. इसके बाद बची हुई सीटों के लिए स्पॉट राउंड करवाया जाएगा. बीते साल दिल्ली के इन संस्थानों में बहुत पीछे की जेईई मेन एआईआर तक प्रवेश मिला था. ऐसे में जिन विद्यार्थियों की रैंक पीछे है. उन्हें इन संस्थानों में प्रवेश के लिए इस काउन्सलिंग में भाग लेना चाहिए.
बिट्स काउंसलिंग जारी, च्वाइस को बदलने का मौका 5 सितम्बर तक: बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बिट्स) के तीनों कैम्पस पिलानी, गोवा व हैदराबाद में बी टेक कोर्स में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है. च्वाइस फिलिंग समाप्त हो चुकी है. विद्यार्थियों को भरी हुई च्वाइसेज को एडिट करने का अंतिम अवसर 5 सितम्बर तक दिया गया है. 8 सितम्बर तक पहले राउण्ड का परिणाम घोषित किया जाएगा.