कोटा. जिले में ब्लैक फंगस से पहले मौत का एक मामला सामने आया है. रविवार को ब्लैक फंगस के कारण एक 45 वर्षीय शख्स की मौत हो गई. बता दें, शख्स कोरोना पॉजिटिव होने के बाद पैरालिसिस का शिकार हो गया था.
पढ़ें- कोरोना में राजस्थान के 4 लाख पेंशनर्स को राहत, बिना एनएसी अब मेडिकल स्टोर से खरीद सकेंगे दवा
जानकारी के अनुसार झालावाड़ जिले का बांसखेड़ा गांव में 45 वर्षीय व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो गया था. इसके बाद शख्स पैरालिसिस का शिकार हो गया. उसके एक तरफ के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. इसके बाद परिजनों ने शख्स को एमबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई. वहीं, इलाज के दौरान ही उसको ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई थी.
परिजनों ने बताया कि झालावाड़ जिले के बांसखेड़ा निवासी शख्स 24 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गया था. इसके बाद शख्स का कोटा स्थित जगपुरा में निजी हॉस्पिटल में इलाज हुआ. 3 मई को वे ठीक होकर घर चले गए. इसके बाद 5 मई को फिर ब्रेन स्ट्रोक हुआ और वह ब्लैक फंगस से संक्रमित हो गया.
इसके बाद 15 मई को परिजन ने शख्स को जयपुर लेकर गए. वहां जांच कर मरीज को वापस भेज दिया गया. इसके बाद परिजन उसे बांसखेड़ा गांव लेकर आ गए. वहीं, शख्स का एमबीएस अस्पताल में उपचार चल रहा था, इसी दौरान उसकी रविवार को मौत हो गई.