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CORONA जांच की नई मशीन पहुंची कोटा मेडिकल कॉलेज, रोजाना हो सकेगी 150 नमूनों की जांच

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Published : Mar 27, 2020, 3:02 PM IST

कोरोना जांच की नई पीसीआर मशीन शुक्रवार को कोटा पहुंच गई है. इस मशीन को एक-दो दिन में इंस्टॉल कर दिया जाएगा. इसके लिए इंजीनियर भी कोटा आ रहे हैं, वे मेडिकल कॉलेज कोटा की माइक्रोबायोलॉजी फैकल्टी को डेमो देंगे और उसके बाद जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी.

कोरोना जांच की नई पीसीआर मशीन पहुंची कोटा मेडिकल कॉलेज, New PCR machine for Corona investigation reached Kota Medical College
कोरोना जांच की नई पीसीआर मशीन पहुंची कोटा मेडिकल कॉलेज

कोटा. जिले के मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना की टेस्टिंग के लिए कोटा में शुक्रवार को नई पीसीआर मशीन आ गई है. इस मशीन को एक-दो दिन में इंस्टॉल कर दिया जाएगा. इसके लिए इंजीनियर भी कोटा आ रहे हैं, वे मेडिकल कॉलेज कोटा की माइक्रोबायोलॉजी फैकल्टी को डेमो देंगे और उसके बाद जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी. नई मशीन की कीमत करीब 35 लाख रुपए है.

कोरोना जांच की नई पीसीआर मशीन पहुंची कोटा मेडिकल कॉलेज

क्षमता बढ़कर होगी 150 टेस्ट

जिस नई मशीन को इंस्टॉल किया जाना है, उसकी क्षमता 24 घंटे में 100 नमूनों की जांच करने की है. वर्तमान में जो मशीन स्थापित है, उससे पूरे दिन में 50 नमूनों की जांच हो रही है. नई मशीन के शुरू हो जाने के बाद अब कोटा मेडिकल कॉलेज में 1 दिन में 150 सैंपल की जांच होने लगेगी.

पढ़ें- रोजी-रोटी का संकट : महाराष्ट्र और गुजरात से लौटे 15 हजार से ज्यादा श्रमिक, रतनपुर बॉर्डर पर जमा भीड़

वर्तमान में जो पीसीआर मशीन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पास है. उसको कुछ दिन पहले ही आईसीएमआर से रिएजेंट मिले थे. वहीं, एनआईवी पुणे से हरी झंडी मिलने के बाद वह भी कोरोना वायरस की 50 जांच एरोज कर रही है. इस तरह कोटा में एक दिन में 150 सैंपल टेस्टिंग की सुविधा मिल जाएगी.

2 महीने बाद आनी थी, पहले मंगवा ली

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि मल्टी डिसीप्लीनरी रिसर्च लैब प्रोजेक्ट के तहत हमारे यहां रिसर्च लैब स्वीकृत है, इसी में यह मशीन आनी थी. वैसे तो करीब दो माह बाद इस मशीन की डिलीवरी होना थी, लेकिन हमने सरकार के स्तर पर बात करके मशीन को पहले मंगवा लिया है. भविष्य में यह मशीन सिर्फ रिसर्च प्रोजेक्ट में काम आएगी, लेकिन अभी महामारी को देखते हुए इसे रूटीन टेस्ट में यूज किया जाएगा.

पढ़ें- COVID-19: जयपुर के रामगंज में मिला Corona पॉजिटिव, घर की 1 किलोमीटर परिधि में लगाया गया कर्फ्यू

एक और मशीन आएगी

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि दो मशीनें अभी माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पास है. इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत बजट से एक पीसीआर मशीन और आनी है, जिसमें करीब 10 दिन लगेंगे. उस मशीन के आते ही कोटा में कोरोना जांच की क्षमता और बढ़ जाएगी.

कोटा. जिले के मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना की टेस्टिंग के लिए कोटा में शुक्रवार को नई पीसीआर मशीन आ गई है. इस मशीन को एक-दो दिन में इंस्टॉल कर दिया जाएगा. इसके लिए इंजीनियर भी कोटा आ रहे हैं, वे मेडिकल कॉलेज कोटा की माइक्रोबायोलॉजी फैकल्टी को डेमो देंगे और उसके बाद जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी. नई मशीन की कीमत करीब 35 लाख रुपए है.

कोरोना जांच की नई पीसीआर मशीन पहुंची कोटा मेडिकल कॉलेज

क्षमता बढ़कर होगी 150 टेस्ट

जिस नई मशीन को इंस्टॉल किया जाना है, उसकी क्षमता 24 घंटे में 100 नमूनों की जांच करने की है. वर्तमान में जो मशीन स्थापित है, उससे पूरे दिन में 50 नमूनों की जांच हो रही है. नई मशीन के शुरू हो जाने के बाद अब कोटा मेडिकल कॉलेज में 1 दिन में 150 सैंपल की जांच होने लगेगी.

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वर्तमान में जो पीसीआर मशीन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पास है. उसको कुछ दिन पहले ही आईसीएमआर से रिएजेंट मिले थे. वहीं, एनआईवी पुणे से हरी झंडी मिलने के बाद वह भी कोरोना वायरस की 50 जांच एरोज कर रही है. इस तरह कोटा में एक दिन में 150 सैंपल टेस्टिंग की सुविधा मिल जाएगी.

2 महीने बाद आनी थी, पहले मंगवा ली

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि मल्टी डिसीप्लीनरी रिसर्च लैब प्रोजेक्ट के तहत हमारे यहां रिसर्च लैब स्वीकृत है, इसी में यह मशीन आनी थी. वैसे तो करीब दो माह बाद इस मशीन की डिलीवरी होना थी, लेकिन हमने सरकार के स्तर पर बात करके मशीन को पहले मंगवा लिया है. भविष्य में यह मशीन सिर्फ रिसर्च प्रोजेक्ट में काम आएगी, लेकिन अभी महामारी को देखते हुए इसे रूटीन टेस्ट में यूज किया जाएगा.

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एक और मशीन आएगी

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि दो मशीनें अभी माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पास है. इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत बजट से एक पीसीआर मशीन और आनी है, जिसमें करीब 10 दिन लगेंगे. उस मशीन के आते ही कोटा में कोरोना जांच की क्षमता और बढ़ जाएगी.

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