कोटा. शहर में मुस्लिम समाज की ओर से तीन तलाक कानून के विरोध में शनिवार को कोटा में मौन जुलूस निकाला गया. इसका नेतृत्व शहर काजी अनवार अहमद ने किया. मल्टीपरपज स्कूल के मैदान से कोटा कलेक्ट्रेट तक निकले इस जुलूस में हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए. जिन्होंने तीन तलाक कानून को वापस लेने की मांग की. साथ ही इसे शरीयत के खिलाफ बताया है.
जानकारी के अनुसार मुस्लिम समाज के लोग मौन जुलूस के लिए मल्टीपरपज स्कूल के मैदान में एकत्रित हुए थे. जहां से मौन जुलूस शुरू हुआ. जिसमें लोग हाथों में तख्तियां लिए हुए थे. जिन पर 'तीन तलाक वापस लो' के नारे लिखे हुए थे. ये मौन जुलूस गुमानपुरा चौराहा, कैनाल रोड, गीता मंदिर, सरोवर टॉकिज, लकी बुर्ज, अग्रसेन चौराहा होते हुए नयापुरा पहुंचा. जहां पर कलेक्ट्रेट चौराहे के पहले शहर काजी अनवार अहमद ने समाज के लोगों को संबोधित किया.
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इस दौरान शहर काजी ने कहा कि आज जिस कानून को खुदा का कानून कहते हैं, अल्ला का दिया हुआ कानून है. आज इंसानों की इतनी हिम्मत हो गई है कि जिसमें वे उससे छेड़छाड़ करने लग गए हैं. उनका कहना रहा कि मुसलमान अपनी जान दे देता है, लेकिन शरीयत के कानून से नहीं हटता है. ये आप लोगों का सड़क पर निकलना कोई जुलूस नहीं है. यह कोई जुलूस, जलसा या सियासत करने का हथकंडा नहीं है, ये तो जज्बात का इजहार है.
शहर काजी अनवार अहमद के संबोधन के बाद मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया. जिसमें तीन तलाक कानून को वापस लेने की मांग की गई है. इस पूरे प्रदर्शन के दौरान सड़क पर और कलेक्ट्रेट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा था. साथ ही जुलूस को देखते हुए कई रास्तों पर ट्रैफिक को कुछ समय के लिए डायवर्ट भी किया गया था.