कोटा. एजुकेशन सिटी में नगर निगम के 2 भाग होने के बाद भी सफाई व्यवस्था सुचारू नहीं हो पाई हैं. कई जगह तो गंदगी के ढेर लगे रहते हैं. साथ ही कचरा प्वाइंट्स से कचरा परिवहन नहीं होने के कारण आवारा मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे सड़कों पर गंदगी जमा हो रही है. वहीं, वार्डों में डोर-टू-डोर चलाए जा रहे हैं. कचरा संग्रहण के लिए टिपरों की कमी भी दिखाई दी है.
लोगों का आरोप है कि नगर निगम के 2 भाग होने से कोई फायदा नहीं हुआ है. ऐसे में गंदगी और ज्यादा हो गई है. नगर निगम ने वार्डों में कचरा संग्रहण के लिए डोर-टू-डोर टिपर चलाए हैं, जो कभी समय पर नहीं आते. आता भी है तो वो आगे चला जाता है.
कोटा दक्षिण नगर निगम के भाजपा पार्षद इस मामले को लेकर कई बार जिला कलेक्टर और महापौर को भी ज्ञापन दे चुके हैं. पार्षदों का कहना है कि सफाई व्यवस्था के मामले को लेकर कई बार निगम में भी अवगत करा चुके हैं. उन्होंने बताया कि वार्डों में सफाई लेबर कम लगाए गए हैं और बड़े वार्ड होने पर भी एक ही टिपर पर काम चल रहा है. ये कभी आता है और कभी नहीं आता है, जिससे सफाई व्यवस्था चरमरा गई है.
उन्होंने कहा कि कचरा प्वाइंट्स से कचरा परिवहन करने के लिए जो ट्रैक्टर-ट्रॉली लगा रखी है, वो भी समय पर कचरा नहीं उठा रहे हैं, जिससे कचरे के ढेर ज्यादा बढ़ रहे हैं और वहां पर आवारा मवेशियों के झुंड जमा होने से सड़कों पर निकलने वाले राहगीरों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
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इस पर नगर निगम उपायुक्त अशोक त्यागी ने बताया कि नगर निगम ने अभी नए टिपर मंगाए हैं. अब हर वार्ड में 2-2 टिपर पर पहुंचाए जाएंगे. कचरा पॉइंट से कचरा नहीं उठाने पर ठेकेदार पर कार्रवाई होगी. साथ ही उन्होंने कचरा परिवहन को लेकर कहा कि अगर किसी जगह कचरा जमा रहता है और कचरा परिवहन वाहन नहीं पहुंचता है तो संबंधित ठेकेदार पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.