कोटा. सांगोद विधायक भरत सिंह प्रदेश के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया की जमकर मुखालफत कर रहे हैं. वे हर मुद्दे पर मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ बयान जारी कर रहे हैं. बारां जिले की परवन सिंचाई परियोजना के मुद्दे को लेकर भी अब विधायक भरत सिंह ने मंत्री प्रमोद जैन भाया को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखा पत्र लिखा है.
इस पत्र में भरत सिंह ने लिखा है कि मंत्री प्रमोद जैन भाया को सिंचाई मंत्री बनाया जाए, क्योंकि सिंचाई मंत्री का पद रिक्त पड़ा हुआ है और मंत्री प्रमोद जैन भाया हाड़ौती और किसानों के कल्याण करने की पूरी योग्यता रखते हैं. साथ ही उन्होंने लिखा कि 2019 से ही चीफ इंजीनियर का पद भी रिक्त है. ऐसे में चीफ इंजीनियर भी किसी योग्य व्यक्ति को बैठाया जाए.
परवन वृहद सिंचाई परियोजना का मसला
बता दें कि मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बारां जिले के परवन वृहद सिंचाई परियोजना के मामले में शिकायत की थी. जिसके बाद में संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता को पहले एपीओ कर दिया गया था. इसके बाद राज्य सरकार ने तीनों को निलंबित कर दिया है. इस मामले में प्रमोद जैन भाया ने आरोप लगाया है कि लोहे के जगह प्लास्टिक के पाइप लगा दिए हैं. परवन वृहद सिंचाई परियोजना की डिजाइन बदल दी गई है. करोड़ों का ज्यादा भुगतान करने की तैयारी भी अधिकारी कर रहे थे.
भ्रष्टाचार पर भड़के भरत सिंह
इससे पहले भी गुरुवार को भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि बारां जिले में भ्रष्टाचार खिलाफ राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति 100 फीसदी खोखली साबित हो रही है. इन सबके लिए मंत्री प्रमोद जैन भाया जिम्मेदार है. हालांकि इस पत्र में उन्होंने अधिकारियों का भी पक्ष लिया. कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाए. साथ ही अधिकारियों की पूरी बात सुनी जाए. उन्होंने निलंबित किए गए अधिकारियों के बारे में कहा कि उनसे पूरे मामले की सच्चाई जानकर उनका पक्ष लिया जाए.
बारां में एक युवक दीपांशु गेरा के गोवंश के मुद्दे को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ने के प्रकरण को लेकर भी विधायक भरत सिंह ने प्रमोद जैन भाया पर हमला बोला. कहा कि गोपालन मंत्री के गृह नगर में ही इस तरह के हालात हो रहे हैं, तो पूरे प्रदेश के किस तरह से हालात होंगे. जबकि रोज 2 करोड़ से ज्यादा का रेवेन्यू गायों के नाम पर एकत्र किया जा रहा है.