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कोटा CASE: बहुत देर कर दी हुजूर आते-आते...अब तक 106 की हो गई मौत

अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 33 दिनों में 106 पहुंच गया है. ये मौतें गत 1 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच हुई हैं. वहीं बीते 6 सालों की बात की जाए तो 6646 बच्चों की मौत जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. यह अधिकांश मरीज कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ व चित्तौड़गढ़ के साथ इन जिलों से लगते हुए मध्य प्रदेश के निवासी थे.

minister raghu sharma  kota in jk loan hospital
जेके लोन अस्पताल में मौत का आंकड़ा पहुंचा 104
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Published : Jan 3, 2020, 10:57 AM IST

Updated : Jan 4, 2020, 9:38 AM IST

कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बीते 3 दिनों में भी 5 नवजात शिशुओं की मौत जेकेलोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. इनमें से एक जनवरी को तीन नवजात शिशु की मौत हुई है. वहीं 3 जनवरी को भी 1 नवजात की मौत हुई है. यह सभी नियोनेटल आईसीयू और एफबीएनसी में भर्ती थे.

जेके लोन अस्पताल में मौत का आंकड़ा पहुंचा 105

ऐसे में अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 33 दिनों में 106 पहुंच गया है. ये मौतें गत 1 दिसंबर से 3 जनवरी तक यह बच्चों की मौत हुई हैं. वहीं बीते 6 सालों की बात की जाए तो 6 हजार 646 बच्चों की मौत जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. यह अधिकांश मरीज कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ और चित्तौड़गढ़ के साथ इन जिलों से लगते हुए मध्य प्रदेश के निवासी थे.

यह भी पढ़ेंः मंत्री रघु शर्मा के कोटा पहुंचने से पहले पूनिया ने ट्विट कर कहा- 'अभिनंदन जुल्मी सरकार'

वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा के निशाने पर है. इस मुद्दे को लेकर चारों तरफ से सरकार गिर गई है. ऐसे में अब सरकार ने डिफेंसिव कदम उठाते हुए प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और कोटा के प्रभारी और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को कोटा आए. जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके विरोध में जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने सामने भी हो गए.

नए नर्सिंग कर्मी किए नियुक्त...

वहीं अस्पताल प्रबंधन ने सात नर्सिंग कर्मियों को हटाकर 19 को नई नियुक्ति दी है सभी नर्सिंग कर्मी संविदा पर लगाए गए हैं. जिनमें से 10 नवजात तो कल ही अस्पताल प्रबंधन ने नियुक्ति दी है. साथ ही अस्पताल में ऑक्सीजन लाइन डालने का काम भी एनआईसीयू और एफबीएनसी में शुरू हो गया है. इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आग्रह पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने जेके लोन अस्पताल में नए उपकरण देने की बात कही है.

कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बीते 3 दिनों में भी 5 नवजात शिशुओं की मौत जेकेलोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. इनमें से एक जनवरी को तीन नवजात शिशु की मौत हुई है. वहीं 3 जनवरी को भी 1 नवजात की मौत हुई है. यह सभी नियोनेटल आईसीयू और एफबीएनसी में भर्ती थे.

जेके लोन अस्पताल में मौत का आंकड़ा पहुंचा 105

ऐसे में अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 33 दिनों में 106 पहुंच गया है. ये मौतें गत 1 दिसंबर से 3 जनवरी तक यह बच्चों की मौत हुई हैं. वहीं बीते 6 सालों की बात की जाए तो 6 हजार 646 बच्चों की मौत जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. यह अधिकांश मरीज कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ और चित्तौड़गढ़ के साथ इन जिलों से लगते हुए मध्य प्रदेश के निवासी थे.

यह भी पढ़ेंः मंत्री रघु शर्मा के कोटा पहुंचने से पहले पूनिया ने ट्विट कर कहा- 'अभिनंदन जुल्मी सरकार'

वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा के निशाने पर है. इस मुद्दे को लेकर चारों तरफ से सरकार गिर गई है. ऐसे में अब सरकार ने डिफेंसिव कदम उठाते हुए प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और कोटा के प्रभारी और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को कोटा आए. जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके विरोध में जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने सामने भी हो गए.

नए नर्सिंग कर्मी किए नियुक्त...

वहीं अस्पताल प्रबंधन ने सात नर्सिंग कर्मियों को हटाकर 19 को नई नियुक्ति दी है सभी नर्सिंग कर्मी संविदा पर लगाए गए हैं. जिनमें से 10 नवजात तो कल ही अस्पताल प्रबंधन ने नियुक्ति दी है. साथ ही अस्पताल में ऑक्सीजन लाइन डालने का काम भी एनआईसीयू और एफबीएनसी में शुरू हो गया है. इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आग्रह पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने जेके लोन अस्पताल में नए उपकरण देने की बात कही है.

Intro:अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 33 दिनों में 104 पहुंच गया है. ये मौतें गत 1 दिसंबर से 3 जनवरी तक यह बच्चों की मौत हुई है. वहीं बीते 6 सालों की बात की जाए तो 6646 बच्चों की मौत जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. यह अधिकांश मरीज कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ व चित्तौड़गढ़ के साथ इन जिलों से लगते हुए मध्य प्रदेश के निवासी थे.


Body:कोटा.
कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बीते 2 दिनों में भी 4 नवजात शिशुओं की मौत जेकेलोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. इनमें से एक जनवरी को तीन नवजात शिशु की मौत हुई है. वही 2 जनवरी को भी एक नवजात की मौत हुई है. यह सभी नियोनेटल आईसीयू और एफबीएनसी में भर्ती थे. ऐसे में अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 33 दिनों में 104 पहुंच गया है. ये मौतें गत 1 दिसंबर से 3 जनवरी तक यह बच्चों की मौत हुई है. वहीं बीते 6 सालों की बात की जाए तो 6646 बच्चों की मौत जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है. यह अधिकांश मरीज कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ व चित्तौड़गढ़ के साथ इन जिलों से लगते हुए मध्य प्रदेश के निवासी थे. वही प्रदेश की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा के निशाने पर है. इस मुद्दे को लेकर चारों तरफ से सरकार गिर गई है. ऐसे में अब सरकार ने डिफेंसिव कदम उठाते हुए प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और कोटा के प्रभारी और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को आज कोटा भेजा है. वह 11:00 बजे कोटा आएंगे और कोटा के जेके लोन अस्पताल का दौरा करेंगे. इसके साथ ही जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज के स्टाफ के साथ समीक्षा बैठक भी लेंगे.





Conclusion:नए नर्सिंग कर्मी किए नियुक्त
वहीं अस्पताल प्रबंधन ने सात नर्सिंग कर्मियों को हटाकर 19 को नई नियुक्ति दी है सभी नर्सिंग कर्मी संविदा पर लगाए गए हैं. जिनमें से 10 नवजात तो कल ही अस्पताल प्रबंधन ने नियुक्ति दी है. साथ ही अस्पताल में ऑक्सीजन लाइन डालने का काम भी एनआईसीयू और एफबीएनसी में शुरू हो गया है. इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आग्रह पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने जेके लोन अस्पताल में नए उपकरण देने की बात कही है.







Last Updated : Jan 4, 2020, 9:38 AM IST
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