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नेता गिरी पर भारी दिखी मानवता, एमपी के विधायक का मानवीय चेहरा आया नजर - श्योपुर विधायक बाबू जंडेल

कोटा में मध्यप्रदेश के श्योपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल ने मानवाता की मिसाल पेश की है. एक महिला का शव को एम्बुलेंस की मदद से एमपी के श्योपुर लाया जा रहा था तभी चंबल नदी में उफान आ गया इसपर विधायक ने अपने कंधे पर शव रखकर नदी पार करवाने में मदद की.

मानवता की मिसाल पेश की विधायक ने
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Published : Aug 17, 2019, 2:36 PM IST

कोटा. जिले की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के श्योपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल जिन्होंने आमजन में समाज सेवी के रूप मे अपनी खास पेट बना रखी है. और यह कभी खुद को नेता न मानकर एक साधारण व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान रखते है.

मानवता की मिसाल पेश की विधायक ने

आज के इस दौर में नेताजी की यह पहचान उस समय और चर्चित हो गई जब कल राजस्थान के सवाई माधोपुर अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई. जो मध्यप्रदेश की रहने वाली थी. उसके शव को एम्बुलेंस की मदद से एमपी के श्योपुर लाया जा रहा था. तब चम्बल नदी में उफान के चलते एम्बुलेंस को दांतरदा गांव से पूर्व में रोक लिया गया. क्योंकि, नदी का पानी दांतरदा गांव की सड़कों पर फेल चुका था.तब बाबू जंडेल ने अपने कार्यकर्ताओं को साथ लिया और उक्त महिला के शव को कंधे पर रखकर कमर तक आए पानी से पार कराया और एक निजी वाहन की व्यवस्था करवाकर उस शव को उसके घर भिजवाने की व्यवस्था की.

यह भी पढ़ें- खबर का असर: बबूल की झाड़ी हटवाने को लेकर प्रशासन हरकत में

दरअसल राजस्थान के सवाई माधोपुर अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई थी, जिसके शव को एम्बुलेंस की मदद से उसके घर श्योपुर लाया जा रहा था. तब चंबल नदी में उफान आया था और विधायक बाबू जंडेल नदी के पानी से प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे थे. तब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने पहले अपना मानव धर्म निभाया और महिला के शव को कंधे पर रखकर पानी को पार करवाकर उसके घर पहुंचवाया.

कोटा. जिले की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के श्योपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल जिन्होंने आमजन में समाज सेवी के रूप मे अपनी खास पेट बना रखी है. और यह कभी खुद को नेता न मानकर एक साधारण व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान रखते है.

मानवता की मिसाल पेश की विधायक ने

आज के इस दौर में नेताजी की यह पहचान उस समय और चर्चित हो गई जब कल राजस्थान के सवाई माधोपुर अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई. जो मध्यप्रदेश की रहने वाली थी. उसके शव को एम्बुलेंस की मदद से एमपी के श्योपुर लाया जा रहा था. तब चम्बल नदी में उफान के चलते एम्बुलेंस को दांतरदा गांव से पूर्व में रोक लिया गया. क्योंकि, नदी का पानी दांतरदा गांव की सड़कों पर फेल चुका था.तब बाबू जंडेल ने अपने कार्यकर्ताओं को साथ लिया और उक्त महिला के शव को कंधे पर रखकर कमर तक आए पानी से पार कराया और एक निजी वाहन की व्यवस्था करवाकर उस शव को उसके घर भिजवाने की व्यवस्था की.

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दरअसल राजस्थान के सवाई माधोपुर अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई थी, जिसके शव को एम्बुलेंस की मदद से उसके घर श्योपुर लाया जा रहा था. तब चंबल नदी में उफान आया था और विधायक बाबू जंडेल नदी के पानी से प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे थे. तब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने पहले अपना मानव धर्म निभाया और महिला के शव को कंधे पर रखकर पानी को पार करवाकर उसके घर पहुंचवाया.

Intro:विधायक बाबू जंडेल ने दिखाई मानवता की तस्वीर
नेतागिरी के इस दौर में बहुत कम नजर आती है ऐसी तस्वीरें
राजस्थान की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के श्योपुर विधायक से बाबू जंडेल
सवाईमाधोपुर अस्पताल से एक महिला का शव लेकर जा रही थी एम्बुलेंस
चम्बल नदी में आया था उफान पाली की पुलिया निकलते ही सड़को पर फैला था पानी
एमपी में प्रवेश के दौरान दांतरदा की सड़को पर आ गया था नदी का पानी
तब विधायक ने दिखाई अपनी मानवता
कमर कमर पानी मे शव को कंधे पर रखकर पहुंचाया दूसरी और
वहां खड़े एक निजी वाहन से महिला का शव पहुंचवाया उसके घर
विधायक की इस कार्य की तस्वीर लोगो के दिलो में बना गई अपना घरBody:यह है कोटा जिले की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के श्योपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल जिन्होंने आमजन में समाज सेवी के रूप मे अपनी खास पेट बना रखी है
और यह कभी खुद को नेता न मानकर एक साधारण व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान रखते है और आज के इस दौर में नेताजी की यह पहचान उस समय और चर्चित हो गई जब कल राजस्थान के सवाई माधोपुर अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई जो मध्यप्रदेश की रहने वाली थी उसके शव को एम्बुलेंस की मदद से एमपी के श्योपुर लाया जारहा था तब चम्बल नदी में उफान के चलते एम्बुलेंस को दांतरदा गांव से पूर्व में रोक लिया गया क्योंकि नदी का पानी दांतरदा गांव की सड़कों पर फेल चुका था तब इस बाबू जंडेल ने अपने कार्यकर्ताओं को साथ लिया और उक्त महिला के शव को कंधे पर रखकर कमर कमर पानी से पार कराया और एक निजी वाहन की व्यवस्था करवाकर उस शव को उसके घर भिजवाने की व्यवस्था की जो सही मायने में आज के नेतागिरी के दौर में कही देखने को नही मिलतीConclusion:दरसल राजस्थान के सवाईमाधोपुर अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई थी जिसके शव को एम्बुलेंस की मदद से उसके घर श्योपुर लाया जा रहा था तब चंबल नदी में उफान आया था और विधायक बाबू जंडेल नदी के पानी से प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहूंचे थे तब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने पहले अपना मानव धर्म निभाया और उक्त महिला के शव को कंधे पर रखकर पानी को पार करवाकर उसके घर पहुंचवाया
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