कोटा. महाराष्ट्र से जयपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मंगलवार को कुछ मजदूरों के कोटा स्टेशन पर उतरने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि इस दौरान जब मजदूर उतर तो कोटा स्टेशन पर तैनात आरपीएफ को भनक तक नहीं लगी और ट्रेन रवाना हो गई. इस के बाद हरकत में आई आरपीएफ ने मजदूरों से जानकारी एकत्रित की और सभी को भीमगंजमंडी थाना पुलिस के हवाले कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र के पालघर से एक स्पेशल ट्रेन मजदूरों को लेकर जयपुर के लिए रवाना हुई थी. सुबह करीब 4 बजे ये ट्रेन कोटा स्टेशन पहुंची थी. ट्रेन रुकती देख कोटा के आस-पास रहने वाले 9 मजदूर कोटा प्लेटफार्म पर ही उतर गए. इस दौरान वहां ड्यूटी कर रहे आरपीएफ के जवान सतर्क नहीं थे. ऐसे में उन्हें ट्रेन से मजदूरों के उतरने की जानकारी ही नहीं मिली.
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जब तक स्टेशन स्टाफ और आरपीएफ को मजदूर नजर आए और वो मामले को समझ पाए, तब तक ट्रेन कोटा से रवाना हो चुकी थी. बाद में आरपीएफ ने मजदूरों से जानकारी एकत्रित की. इसके बाद आरपीएफ ने सभी को भीमगंजमंडी थाना पुलिस के हवाले कर दिया. कागजातों की जांंच कर पुलिस ने सभी मजदूरों को घर जाने की इजाजत दे दी. उसके बाद कुछ मजदूर ऑटो, कुछ पैदल और कुछ मजदूर अन्य वाहनों से अपने अपने घर रवाना हो गए.
बताया जा रहा है कि घर वापसी कर रहे इन सभी मजदूरों के पास पालघर में हुए चिकित्सकीय परीक्षण के सर्टिफिकेट थे. इस कारण पुलिस ने उन्हें जाने दिया. इनमें से 2 मजदूर गड़ेपान, 2 शाहपुरा, तीन सिरोही और एक मजदूर आवंली रोजड़ी गांव के थे.
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इन मजदूरों ने पुलिस से कहा कि लॉकडाउन के चलते उनका काम धंधा छिन गया है. इसके चलते उनके सामने भूखों मरने की नौबत आ गई थी. इसीलिए उन्होंने अपने गांव लौटने का निश्चय किया. मजदूरों ने बताया कि उनके घर आस-पास होने के कारण वे कोटा उतर गए.
मामले में भीमगंजमंडी थानाधिकारी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने बताया कि सभी मजदूरों का स्क्रीन टेस्ट कराकर घर भेजा गया है. सभी मजदूरों को 14 दिन के होम क्वॉरेंटाइन के लिए बोला गया है.