कोटा. 4 साल पहले एक दलाल ने एक नाबालिग लड़की को बांग्लादेश से पश्चिमी बंगाल की सीमा के जरिए भारत में घुसपैठ करवाकर मुंबई लाया था, जहां से उससे देह व्यापार करवाया जा रहा था. इसके बाद दलालों के माध्यम से उसे कोटा शहर भेजा गया, जहां पीड़िता दलालों को को चकमा देकर कैथूनीपोल थाने पहुंची और आप बीती बताई. पुलिस ने बालकल्याण समिति से काउंसलिंग करवाई.
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कैथूनीपोल सीआई के मुताबिक बाल कल्याण समिति की काउन्सलिंग के बाद पीड़िता की शिकायत पर साल 2017 में कैथूनीपोल थाना पुलिस ने स्थानीय दलालों समेत पूरे रैकेट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. पहले कैलाश सैनी उर्फ राजेश, अजुर्न सिंह पंवार उर्फ सोनू, तुलसी बाई उर्फ प्रिया और सागर उर्फ सुल्तान को गिरफ्तार किया गया. वहीं, मुख्य आरोपी करीमुल्ला उर्फ राजा के खिलाफ जांच लंबित था .
उन्होंने बताया कि आरोपी करीमुल्ला उर्फ राजा को इसके मूल निवास स्थान और सूरत में टीमें भेजकर कई बार दबिश दी गई, लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आ सका. नवसारी पुलिस, सूरत पुलिस और सूरत एसओजी को आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तहरीर दी गई. सूरत एसओजी टीम की मदद से सोमवार को बदमाश को गिरफ्तार करवाकर जेल भेजा गया .
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कैथूनीपोल थाने से टीम भेजकर मंगलवार को बदमाश करीमुल्ला उर्फ राजा (पुत्र-यहुद अली, उम्र-47 साल, निवासी-पेटवाकली, पश्चिम बंगाल) को न्यायालय के आदेश से गुजरात जेल से गिरफ्तार किया गया. बुधवार को उसे कोटा लाकर न्यायालय में पेश किया गया और पुलिस रिमांड पर लिया गया.