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चंबल के पानी में दो दिन से डूबा कोटा, व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान

कोटा बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है. जिसके चलते चंबल नदी के डाउनस्ट्रीम में कोटा शहर की कई कॉलोनियों और कच्ची बस्तियां बाढ़ की चपेट में आ गई है. हालात ऐसे हैं कि करीब 5 हजार से ज्यादा मकानों में पानी घुस गया है. वहां पर रहने वाले लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है.

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Published : Sep 16, 2019, 5:55 PM IST

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कोटा. मध्य प्रदेश में हुई तेज बारिश के चलते कोटा बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है. इसके चलते चंबल नदी के डाउनस्ट्रीम में कोटा शहर की कई कॉलोनियों और कच्ची बस्तियां बाढ़ की चपेट में आ गई है. 2 दिन से उन में पानी भरा हुआ है.

दो दिन से चंबल के पानी में डूबा कोटा

बता दें कि कोटा के करीब 5 हजार से ज्यादा मकानों में पानी घुस गया है. वहां पर रहने वाले लोगों को रेस्क्यू कर कर बाहर निकाला गया है और इसके साथ ही इन एरिया में जो मार्केट है. वहां भी पानी ने कहर बरपाया है. जिसके चलते करोड़ों रुपए का नुकसान वहां के निवासियों और व्यापारियों को हो गया है.

व्यापारियों का कहना है कि उनके किराने, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, रेडीमेड, फुटवियर, कपड़े, बर्तन सहित कई दुकानें डूबी हुई हैं. जिनमें रखा हुआ सामान वह शिफ्ट नहीं कर पाए हैं और इस बार करोड़ों का नुकसान उनको झेलना पड़ा है. सैकड़ों वाहन भी इस बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. जिनके इंजन में खराबी आ जाएगी. क्योंकि वह पिछले 2 दिनों से डूबे हुए हैं.

आपको बता दें कि कोटा के हालात ऐसे हैं कि एक-एक मंजिला भवन पानी में डूब चुके हैं. जिनमें खाई रोड, नयापुरा नेहरू कॉलोनी, हरिजन बस्ती, खंड गावडी, दोस्तपुरा, बापू बस्ती बालिता रोड, कुन्हाड़ी बिजासन माता मंदिर एरिया की कई कॉलोनियां शामिल है.

यह भी पढ़ें : करंट की चपेट में आने से किसान की मौत

लोगों ने प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि लोगों को पर्याप्त भोजन, पानी और सुरक्षा नहीं उपलब्ध कराई जा रही है. वह अपने घरों को छोड़कर दूसरी जगह तो शिफ्ट हो गए हैं, लेकिन उनकी गलियों और कॉलोनियों में लोग ट्यूब लेकर घूम रहे हैं. जो उनके घरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

कोटा. मध्य प्रदेश में हुई तेज बारिश के चलते कोटा बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है. इसके चलते चंबल नदी के डाउनस्ट्रीम में कोटा शहर की कई कॉलोनियों और कच्ची बस्तियां बाढ़ की चपेट में आ गई है. 2 दिन से उन में पानी भरा हुआ है.

दो दिन से चंबल के पानी में डूबा कोटा

बता दें कि कोटा के करीब 5 हजार से ज्यादा मकानों में पानी घुस गया है. वहां पर रहने वाले लोगों को रेस्क्यू कर कर बाहर निकाला गया है और इसके साथ ही इन एरिया में जो मार्केट है. वहां भी पानी ने कहर बरपाया है. जिसके चलते करोड़ों रुपए का नुकसान वहां के निवासियों और व्यापारियों को हो गया है.

व्यापारियों का कहना है कि उनके किराने, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, रेडीमेड, फुटवियर, कपड़े, बर्तन सहित कई दुकानें डूबी हुई हैं. जिनमें रखा हुआ सामान वह शिफ्ट नहीं कर पाए हैं और इस बार करोड़ों का नुकसान उनको झेलना पड़ा है. सैकड़ों वाहन भी इस बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. जिनके इंजन में खराबी आ जाएगी. क्योंकि वह पिछले 2 दिनों से डूबे हुए हैं.

आपको बता दें कि कोटा के हालात ऐसे हैं कि एक-एक मंजिला भवन पानी में डूब चुके हैं. जिनमें खाई रोड, नयापुरा नेहरू कॉलोनी, हरिजन बस्ती, खंड गावडी, दोस्तपुरा, बापू बस्ती बालिता रोड, कुन्हाड़ी बिजासन माता मंदिर एरिया की कई कॉलोनियां शामिल है.

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लोगों ने प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि लोगों को पर्याप्त भोजन, पानी और सुरक्षा नहीं उपलब्ध कराई जा रही है. वह अपने घरों को छोड़कर दूसरी जगह तो शिफ्ट हो गए हैं, लेकिन उनकी गलियों और कॉलोनियों में लोग ट्यूब लेकर घूम रहे हैं. जो उनके घरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

Intro:कोटा बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है. इसके चलते चंबल नदी के डाउनस्ट्रीम में कोटा शहर की कई कॉलोनियों और कच्ची बस्तियां बाढ़ की चपेट में आ गई है. 2 दिन से उन में पानी भरा हुआ है. हालात ऐसे हैं कि करीब 5000 से ज्यादा मकानों में पानी घुस गया है. वहां पर रहने वाले लोगों को रेस्क्यू कर कर बाहर निकाला गया है और इसके साथ ही इन एरिया में जो मार्केट है.


Body:कोटा.
मध्य प्रदेश में हुई तेज बारिश के चलते कोटा बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है. इसके चलते चंबल नदी के डाउनस्ट्रीम में कोटा शहर की कई कॉलोनियों और कच्ची बस्तियां बाढ़ की चपेट में आ गई है 2 दिन से उन में पानी भरा हुआ है हालात ऐसे हैं कि करीब 5000 से ज्यादा मकानों में पानी घुस गया है. वहां पर रहने वाले लोगों को रेस्क्यू कर कर बाहर निकाला गया है और इसके साथ ही इन एरिया में जो मार्केट है. वहां भी पानी ने कहर बरपाया है. जिसके चलते करोड़ों रुपए का नुकसान वहां के निवासियों और व्यापारियों को हो गया है. यहां के व्यापारियों का कहना है कि उनके किराने, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, रेडीमेड, फुटवियर, कपड़े, बर्तन सहित कई दुकानें डूबी हुई है. जिनमें रखा हुआ सामान में शिफ्ट नहीं कर पाए हैं और करोड़ों का नुकसान उनको झेलना इस बार से पड़ा है. सैकड़ों वाहन भी इस बाढ़ में चपेट में आ गए हैं. जिनके इंजन में खराबी आ जाएगी. क्योंकि वह पिछले 2 दिनों से डूबे हुए हैं.
हालात ऐसे हैं कि एक-एक मंजिला भवन खाई रोड, नयापुरा नेहरू कॉलोनी, हरिजन बस्ती, खंड गावडी, दोस्तपुरा, बापू बस्ती बालिता रोड, कुन्हाड़ी बिजासन माता मंदिर एरिया की कई कॉलोनियां शामिल है.


Conclusion:लोगों ने प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि लोगों को पर्याप्त भोजन, पानी और सुरक्षा नहीं उपलब्ध कराई जा रही है. वह अपने घरों को छोड़कर दूसरी जगह तो शिफ्ट हो गए हैं, लेकिन उनकी गलियों और कॉलोनियों में लोग ट्यूब लेकर नाम ले लेकर घूम रहे हैं. जो उनके घरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.



वॉक थ्रू-- मनीष गौतम
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