कोटा. प्रदेश में ओमीक्रोन बड़ा खतरा बनते जा रहा है और लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या (Omicron positive patient found in Rajasthan) बढ़ती जा रही है. इस बीच लेटलतीफी की बात भी सामने आ रही है. जयपुर के बाद तीन नए कोरोना संक्रमित कोटा में मिले हैं. इनके भी निजी लैब के जरिए ही नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं और इनकी भी रिपोर्ट अभी रुकी हुई है.
रविवार को कोटा दौरे पर आए चिकित्सा मंत्री ने साफ कहा था कि जितने भी मरीज हैं, उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग करवाई जाएगी, ताकि पता चल सके कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron Variant Cases in Rajasthan) तो मरीजों में नहीं है.
इधर, मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी के एचओडी और एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना का कहना है कि उन्होंने दीपावली के आसपास एक नमूने की जांच के लिए भेजा था. इसके बाद जो नमूने भेजे हैं, वह चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के जरिए ही गए हैं. क्योंकि सभी निजी लैब में संक्रमित आए थे, साथ ही आईसीएमआर के जरिए यह लैब संचालित हो रही है. ऐसे में सभी को जीनोम सीक्वेंसिंग करवाने के लिए भी निर्देशित किया हुआ है.
बूंदी व कोटा के इन मरीजों की रिपोर्ट बाकी...
कोटा के अस्पतालों में भर्ती तीन संक्रमित मरीज बीते डेढ़ में हमें मिले हैं. इनमें निजी अस्पताल में भर्ती बूंदी जिले के एक 85 वर्षीय बुजुर्ग के भी अक्टूबर माह में कोरोना वायरस का संक्रमण मिला थाय यह झालावाड़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. इसके बाद 14 नवंबर को अनंतपुरा इलाके के 41 वर्षीय व्यक्ति भी संक्रमित मिले थे. इसके बाद 3 दिसंबर को भी अनंतपुरा इलाके के ही एक अन्य व्यक्ति और संक्रमित मिले हैं, जिनकी हैदराबाद से वापस लौटने की हिस्ट्री है. इसके अलावा अक्टूबर माह में मेडिकल कॉलेज में संक्रमित मिले.