कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा देहात की टीम ने बूंदी में (ASI taking bribe of 20 thousand rupees) कार्रवाई करते हुए असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. सब इंस्पेक्टर ने चालान पेश नहीं करने और मुकदमे में एफआर लगाने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी, जबकि सौदा 40 हजार रुपए में तय हुआ था.
कोटा देहात एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेरणा शेखावत ने बताया कि तालेड़ा निवासी अशोक कुमार मीणा का प्रॉपर्टी का विवाद धनराज मीणा के साथ हुआ था. इस मामले में धनराज मीणा ने अशोक कुमार मीणा के खिलाफ एक शिकायत तालेड़ा थाने में दी थी. इस पर मुकदमा भी दर्ज हो गया था. इस मामले में धनराज और अशोक कुमार के बीच समझौता हो गया था. लेकिन इसके बावजूद जांच अधिकारी एएसआई देवेंद्र दीक्षित लगातार 20 दिन से अशोक कुमार को फोन कर परेशान कर रहा था. साथ ही 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर रहा था.
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उन्होंने बताया कि 13 अक्टूबर को इसकी शिकायत अशोक कुमार मीणा ने कोटा एसीबी की ग्रामीण टीम को दी. इसके बाद हुए सत्यापन में आरोपी एएसआई देवेंद्र दीक्षित ने 40 हजार रुपए रिश्वत लेने की मांग कर दी. जिसमें 20 हजार रुपए 14 अक्टूबर को और शेष 20 हजार रुपए दीवाली के बाद लेने के लिए हां भरी थी. इस पर एसीबी ने शुक्रवार को ट्रैप की कार्रवाई करते हुए आरोपी देवेंद्र दीक्षित को परिवादी अशोक कुमार मीणा से 20000 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. इस कार्रवाई के बाद असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर देवेंद्र दीक्षित के मालवीय नगर बूंदी निवास और भारत नगर स्थित निवास पर भी सर्च की कार्रवाई शुरू की गई है.